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सड़क समाचार पत्रिका(जनता की आवाज़) एक हिंदी समाचार वेबसाइट और मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो भारतीय राजनीति, सरकारी नीतियों, सामाजिक मुद्दों और समसामयिक मामलों से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है। मंच का उद्देश्य आम लोगों की आवाज़ को बढ़ाना और उनकी चिंताओं और विचारों पर ध्यान आकर्षित करना है।

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21/10/2024

एक नजर में बिहार की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर महापुरुषों की दुनिया में है

अक्तूबर 21, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *🔹True Facts about BIHAR🔹*
_____________________________

*BIHAR* एक इकलौता राज्य जिसके
नाम से हमारे देश का
नाम बनता है .....
B- भारत , bharat 
I - इंडिया , india
H - हिन्दुतान , hindutan
A -आर्यावर्त , aryabrat
R - रिवा , riva , ये इंडिया का बहुत पुराना नाम है

Bihar ka capital ke naam se India ki sabhi misail ka naam hai.
P - Prithvi
A - Agni
T - Trisul
N - Naag
A - Aakash

जो बिहारी बाबू है !
वह इस मैसेज को फैला
दिजिए

कम से कम अपमान करने
वाले को पता चल जाए की
हम किसका अपमान कर रहे है
हम बिहार को झुकने नही देंगे चाहे कोई कितना भी
प्रयास कर ले

जय बिहार जय बिहार

*बिहार* - जिसने देश को पहला राष्ट्रपति दिया !

*बिहार* - जहाँ सबसे पहले महाजनपद बना अर्थात विश्व का पहला लोकतंत्र !

*बिहार* - जहाँ भगवान राम की पत्नी सीता का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ महाभारत के दानवीर कर्ण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भगवान् महावीर का जन्म हुआ, बुद्ध और महावीर को ज्ञान मिला !

*बिहार* - जहाँ सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के राजा चन्द्रगुप्त मौर्य से लड़ने की हिम्मत सिकंदर को भी नही हुई !

*बिहार*- जहाँ का लिट्टी चोखा पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय लिट्टी चोखा के नाम से प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ के राजा महान अशोक ने अरब तक हिंदुस्तान का पताका फहराया और उसका स्तम्भ आज देश का राष्ट्रीय चिन्ह है !

*बिहार* - जो गांधी जी का पहला प्रेरणादायक स्रोत बना जिसने आज़ादी की आधारशिला रखी (चंपारण) !

*बिहार* - जहाँ राजा जरासंध, पाणिनि (जिसने संस्कृत व्याकरण लिखा), आर्यभट्ट जिन्होंने शून्य, दशमलव और सूर्य सिद्धांत दिया, चाणक्य (महान अर्थशास्त्री), रहीम, कबीर का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के नंदवंश से लड़ने की हिम्मत सिकंदर की भी नही हुई और बिना लड़े विश्वविजेता डर कर भाग गया !

*बिहार* - जहाँ के 80 साल के बूढ़े ने 1857 के क्रांति में दो बार अंग्रेजों को हराया, अंग्रेजो के दांत खट्टे कर दिए (बाबु वीर कुंवर सिंह) !

*बिहार* - जहाँ के गोनू झा के किस्से पुरे हिंदुस्तान में प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ सम्पूर्ण क्रांति के जनक महान जय प्रकाश नारायण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ जन नायक कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भिखारी ठाकुर (विदेशिया) का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ शारदा सिन्हा जैसी महान भोजपुरी गायिका का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ स्वामी सहजानंद सरस्वती, राम शरण शर्मा, राज कमल झा, विद्यापति, रामधारी सिंह दिनकर, रामवृक्ष बेनीपुरी, फणीश्वर नाथ रेणु , देवकी नंदन खत्री, इन्द्रदीप सिन्हा, राम करण शर्मा, महामहोपाध्याय पंडित राम अवतार शर्मा, नलिन विलोचन शर्मा, गंगानाथ झा, ताबिश खैर, कलानाथ मिश्र, आचार्य रामलोचन सरन, गोपाल सिंह नेपाली, बिनोद बिहारी वर्मा, आचार्य रामेश्वर झा, राघव शरण शर्मा, नागार्जुन आचार्य जानकी बल्लभ शाश्त्री जैसे महान लेखको का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ बिस्स्मिल्लाह खान का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ दशरथ मांझी जैसा Mountain Man का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ एक साधारण शिक्षक SUPER 30 जैसा निःशुल्क कोचिंग बिना किसी सहायता के चलाकर गरीब बच्चों को IIT में दाखिला दिलाता है !

*बिहार* - जहाँ आज भी दिलो में प्रेम बसता है !

*बिहार* - जहाँ  भी बच्चे अपने माँ - बाप के पैर दबाये बिना नही सोते !

*बिहार* - जहाँ से सबसे ज्यादा बच्चे देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC और IIT पास करते है !

*बिहार* - जहाँ के गाँव में आज भी दादा-दादी अपने बच्चो को कहानियां सुनाते है !

*बिहार* - जहाँ आज भी भूखे रह के अतिथि को खिलाया जाता है !

*बिहार* – जहाँ आज भी सबसे ज्यादा संयुक्त परिवार है !

*बिहार* - जहाँ के बच्चे कोई सुविधा न होते हुए भी देश में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी पाते है !

इसी *बिहार* के रहने वाले हैं ! तो क्यूँ न करे खुद के *बिहारी* होने पर गर्व !

 *बिहार* !!👍🏻👍🏻

13/10/2024

कामरेड साईं बाबा को लाल सलाम

अक्तूबर 13, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *कॉमरेड* *साईबाबा* *को* *लाल* *सलाम* !
Red star
रोडवे-न्यूज़ पर नवीनतम समाचार और जानकारी के लिए पढ़ें और देखें 


सीपीआई (एमएल) रेड स्टार दिल्ली विश्वविद्यालय के भूतपूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को अपनी क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।जिन्हें फासीवादी क्रूर कानूनों के तहत एक दशक से अधिक समय तक जेल में रखा गया था और कुछ महीने पहले सबूतों की कमी और अभियोजन पक्ष द्वारा उनके खिलाफ आरोप साबित करने में विफलता के कारण उन्हें बरी कर दिया गया था। हम उनके तमाम परिजनों/  इष्ट मित्रों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।नवीनतम समाचारों के लिए यहां क्लिक करें

हालांकि प्रोफेसर साईबाबा की मृत्यु का तात्कालिक कारण ऑपरेशन के बाद की जटिलताओं को माना जा सकता है, लेकिन  व्हीलचेयर पर बैठे साईबाबा को कई वर्षों तक जेल में रखकर उनकी अकाल मृत्यु के लिए मौजूदा फासीवादी सरकार ही जिम्मेदार है। कोई भी व्यक्ति, अमानवीय जेल-स्थितियों में शारीरिक रूप से अक्षम  और व्हीलचेयर पर बैठे  एक व्यक्ति को लंबे समय तक जेल में सड़ाने के नतीजे  को समझ सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के अनुसार, वैचारिक स्थिति को बनाए रखना कोई अपराध नहीं है, और कई अवसरों पर न्यायपालिका ने भी इसे बरकरार रखा है।  और यह पूरी तरह जानते हुए भी, माओवादियों से कथित संबंधों के लिए किसी व्यक्ति को जेल में डालना, खासकर तब जब  उस  व्यक्ति के शरीर का अधिकांश हिस्सा  शारीरिक अक्षमता का शिकार  हो और जब उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा हो, मानवाधिकारों का सरासर उल्लंघन है। यह असहमति व्यक्त करने के मूल लोकतांत्रिक अधिकार के साथ-साथ स्वतंत्र अभिव्यक्ति के अधिकार के भी खिलाफ है।

कॉमरेड साईबाबा की असामयिक मृत्यु के पीछे फासीवादी वैधता की कड़ी निंदा करते हुए, हम एक बार फिर उन्हें अपनी क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

फासीवाद मुर्दाबाद!

पी जे जेम्स
महासचिव
सीपीआई (एमएल) रेड स्टार

नई दिल्ली
13.10.2024

10/10/2024

हरियाणा चुनाव पर एक रिपोर्ट

अक्तूबर 10, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *हालिया* *चुनाव* *परिणाम* *जनता* *की* *फासीवाद* - *विरोधी* *भावना* *और* *विपक्ष* *द्वारा* *इसका* *उपयोग* *करने* *में* *विफलता* *को* *प्रकट* *करते* *हैं* !अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं


जम्मू-कश्मीर चुनाव का परिणाम, धारा 370 को निरस्त करने सहित मोदी सरकार की फासीवादी नीतियों के खिलाफ लोगों का फैसला है, और बहुत ही उत्साहजनक है, खासकर जम्मू-कश्मीर के पूरे इतिहास में इस सबसे महत्वपूर्ण दौर में। हालाँकि, हरियाणा में फासीवादी "डबल इंजन" की हैट्रिक जीत, जो स्वयं फासीवादियों के लिए भी आश्चर्यजनक है, कांग्रेस के भीतर कलह सहित विपक्ष के राजनीतिक दिवालियापन का सीधा परिणाम है। इस बार, अभी भी 1.82% वोटों के साथ, बसपा इनेलो के साथ गठबंधन करके भाजपा विरोधी वोटों को विभाजित करने की अपनी सामान्य भूमिका निभा सकी , और आरएसएस/भाजपा फासीवादी गिरोह के साथ दलित और निचली जाति के वोटों को एकजुट करने में कामयाब रही। . 
साथ ही, इससे भी अधिक खुलासा करने वाली बात "उत्तर-वैचारिक" आम आदमी पार्टी (आप) की भूमिका है जो हरियाणा चुनाव की घोषणा तक इंडिया गठबंधन का हिस्सा थी। हैरानी की बात यह है कि चुनाव की पूर्व संध्या पर जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने इंडिया अलायंस से अचानक वापसी की घोषणा की और सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 1.79 प्रतिशत वोट हासिल किए।। जबकि केजरीवाल को गठबंधन का हिस्सा बनाए रखने में कांग्रेस की विफलता स्पष्ट है, अब समय आ गया है कि कांग्रेस और अन्य भाजपा विरोधी पार्टियों को एक लचीले फासीवादी उपकरण के रूप में आप की भूमिका को स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए जैसा कि पिछले चुनावों में साबित हुआ है। यद्यपि कांग्रेस अपना वोट-शेयर 11% तक बढ़ा सकी, जबकि आप,बसपा जैसी विभाजनकारी ताकतों की मदद से फासीवादी ताकतें फासीवाद-विरोधी वोटों को प्रभावी ढंग से विभाजित करके अपनी स्थिति मजबूत करने में सफल रहीं।                      

सटीक रूप से कहें तो, जैसा कि चुनाव के रुझान स्पष्ट रूप से संकेत दे रहे हैं, लोग कॉर्पोरेट-फासीवादी ताकतों के खिलाफ उठने के लिए तैयार हैं। लेकिन जैसा कि हरियाणा के नतीजों से पता चलता है, यह स्वयंभू भाजपा विरोधी पार्टियों का राजनीतिक दिवालियापन और संगठनात्मक कमजोरी है जो चुनाव में फासीवादियों की हार में बाधा बन रही है। मेहनतकशों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं सहित तमाम उत्पीड़ितों के दीर्घकालिक हितों के नजरिए से एक दृढ़ वैचारिक-राजनीतिक अभिविन्यास वाली वास्तविक फासीवाद-विरोधी ताकतों के व्यापक संभव मोर्चे का निर्माण करके ही इस गंभीर स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। .

पी जे जेम्स
महासचिव
भाकपा( माले) रेड स्टार 
9 अक्टूबर 2024

30/09/2024

फ़िलिस्तीनी हिटलर जहुआ अराफ़ात

सितंबर 30, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.          यह है, यासर अराफत की बेटी, जहुआ अराफत!              यासर अराफात की बेटी

फ़िलिस्तीनी हिटलर जहुआ अराफ़ात 
यासर अराफत को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है!

उन्होंने लाखों फिलिस्तीन युवकों को मौत के दलदल में धकेल दिया 

उन्हें सपने शब्ज बाग  दिखाएं और  मध्य पूर्व को आतंकवाद की आग में झोंक दिया

यह लिखने का कारण यह है कि दुनिया के सभी पिताओं की तरह, उन्हें भी अपनी बेटी की चिंता थी।

और उन्होंने फिलिस्तीन की “सेवा" करते हुए जो धन इकट्ठा किया था, उसमें से कुछ अपनी बेटी के लिए रखा।

ज्यादा नहीं, बस थोड़ा सा…,

आज के बाजार मूल्य पर उसकी कीमत मात्र ₹66,311 करोड़ है!

पाकिस्तान के कुल विदेशी मुद्रा भंडार से कई गुना!

यह कहना गलत नहीं होगा कि यासर खुराफात  की यह बेटी लंदन में एक सड़क की मालकिन है, क्योंकि उस सड़क के दोनों तरफ की ज़्यादातर संपत्तियाँ इसी महिला के नाम पर हैं।

पिछले कई सालों से वह पेरिस के एक बेहद महंगे इलाके में आलीशान हवेली में रह रही है और पिछले 25 सालों में उसने फिलिस्तीन का चेहरा भी नहीं देखा है।

उसे चार भाषाएं आती  है, लेकीन वह अरेबिक नही जानती!

संयुक्त राष्ट्र के निर्देशानुसार उसे शरणार्थी का दर्जा दिया गया है!

यह है जन्नत और जिहाद नामक उद्योग की हकीकत!

29/09/2024

डॉ ओम शंकर रिपोर्ट हेड ऑफ हार्ट डिपोर्टमेंट बीएचयू

सितंबर 29, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         प्रेस विज्ञप्ति.                                                            अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं www.roadwaynews.com
बीएचयू रिपोर्ट डॉ. शंकर 

विषय: बीएचयू के हृदय विभाग में बिस्तरों की कमी और प्रशासनिक अनियमितताएं

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हृदय विभाग में मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए, पुराने भवन (सर सुंदर लाल अस्पताल) में उपलब्ध 48 बिस्तर रोगियों के इलाज के लिए अपर्याप्त साबित हो रहे थे। कई बार सरकार से बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नए सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए धनराशि आवंटित की। यह भवन 2022 में बनकर तैयार हुआ और फरवरी 2022 में प्रधानमंत्री जी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। नए भवन में हृदय रोगियों के इलाज के लिए कुल 89 बिस्तर आवंटित किए गए, जिसमें से 41 नए बिस्तर थे और पुराने भवन में मौजूद 48 बिस्तर भी शामिल थे।

हालांकि, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के. के. गुप्ता (जिन पर ब्लड बैंक घोटाले और कई अन्य गंभीर आरोप हैं) ने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद हृदय विभाग पर पुराने भवन के 48 बिस्तर छोड़कर केवल 41 बिस्तर लेने का दबाव बनाना शुरू किया, जो कि पहले से आवंटित बिस्तरों की संख्या से भी 7 कम था। उस समय मैं विभाग का अध्यक्ष था और मैंने इस निर्णय का विरोध किया। इस मामले पर मैंने संस्थान के भूतपूर्व निदेशक, कुलपति और सरकार को पत्र लिखे। इसके परिणामस्वरूप भूतपूर्व निदेशक द्वारा एक 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसमें मैं भी शामिल था।

समिति ने बहुमत से यह निर्णय लिया कि हृदय विभाग को नए भवन (सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक) में शिफ्ट किया जाएगा और 90 बिस्तर विभाग को चौथे तल्ले पर आवंटित किए जाएंगे। इसके साथ ही, पांचवे तल्ले पर स्थित कैथ लैब कॉम्प्लेक्स और एकेडमिक ब्लॉक भी हृदय विभाग के अधीन रहेगा। लेकिन चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गुप्ता ने इस निर्णय को मानने से इंकार कर दिया।

जब कोई समाधान नहीं निकला, तो मैंने 6 मार्च 2023 को आंदोलन करने की नोटिस दी। इसके बाद 8 मार्च 2023 को निदेशक और डीन के साथ एक सहमति बनी कि आंदोलन नहीं किया जाएगा और हृदय विभाग को 90 बिस्तर तुरंत आवंटित किए जाएंगे। हालांकि, चिकित्सा अधीक्षक ने निदेशक और डीन के लिखित आदेश को भी मानने से इंकार कर दिया, जिसके विरोध में मैंने 21 दिनों तक आमरण अनशन किया।

अनशन के दौरान, संस्थान के निदेशक ने मीडिया के माध्यम से झूठी जानकारी फैलाई कि विभाग को 61 बिस्तर दिए गए हैं और बाकी 29 बिस्तर जल्द ही दिए जाएंगे, जबकि सच्चाई यह है कि चौथे तल्ले पर 24 बिस्तरों के मानक वाले कमरे में 6 बिस्तर बढ़ाकर उसे 30 बिस्तर बताया गया और कैथ लैब में स्थित 14 अस्थायी बिस्तरों को भर्ती बिस्तर के रूप में गिना गया। इस प्रकार, हृदय विभाग को वास्तविक रूप से 61 बिस्तर भी नहीं मिले हैं, और निदेशक ने जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है।

वर्तमान में, हृदय विभाग को आवंटित 90 बिस्तरों में से 49 बिस्तर छीने जाने की कोशिश की जा रही है, जबकि पहले ही आवंटित 48 बिस्तर रोगियों की जरूरतों के लिए अपर्याप्त थे। यह हृदय रोगियों के प्रति अत्याचार है।

दुर्भाग्य से, वर्तमान हृदय विभागाध्यक्ष प्रो. विकास अग्रवाल, जो स्वयं विवादित नियुक्ति और निजी प्रैक्टिस में लिप्त हैं, चिकित्सा अधीक्षक के दबाव में घुटने टेक चुके हैं। वे अपनी नौकरी और निजी स्वार्थों की रक्षा के लिए 49 बिस्तरों का समझौता कर चुके हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।

यह गंभीर समस्या प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में घटित हो रही है। दुर्भाग्य की बात यह है कि जब मैंने इस मुद्दे पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की, तो कुलपति ने बाउंसर और सुरक्षा कर्मियों को भेजकर इसे रुकवाने का प्रयास किया। यहां तक कि उन्होंने लंका थाने से भी मेरी पत्रकार वार्ता को रुकवाने की गुहार लगाई, जिसे थाना प्रभारी ने ठुकरा दिया।

यह घटनाक्रम अत्यंत निंदनीय है और इस पर तत्काल उच्च स्तरीय कार्रवाई की जानी चाहिए।

प्रो. (डॉ.) ओम शंकर
पूर्व विभागाध्यक्ष, हृदय रोग विभाग
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी

26/09/2024

26 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व के महत्वपूर्ण घटनाक्रम

सितंबर 26, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज

# 26 सितंबर का इतिहास: भारत और विश्व के महत्वपूर्ण घटनाक्रम


26 सितंबर का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। इस दिन ने भारत और विश्व के इतिहास में अपना एक विशेष स्थान बनाया है। आइए इस लेख में हम 26 सितंबर को हुई कुछ प्रमुख घटनाओं पर एक नज़र डालें।

## भारतीय इतिहास में 26 सितंबर

### स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म (1824)

26 सितंबर, 1824 को **स्वामी दयानंद सरस्वती** का जन्म हुआ था। वे आर्य समाज के संस्थापक थे और भारतीय समाज में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने जाति प्रथा, मूर्ति पूजा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। उनका "वेदों की ओर लौटो" का नारा बहुत प्रसिद्ध हुआ।

### भगत सिंह का जन्म (1907)

इसी दिन 1907 में महान क्रांतिकारी **भगत सिंह** का जन्म हुआ था। उन्होंने अपने जीवन को भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया। उनकी वीरता और देशभक्ति ने युवाओं को प्रेरित किया और वे आज भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक माने जाते हैं।

### भारतीय संविधान का अंगीकरण (1949)

26 सितंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा ने **राष्ट्रगान 'जन गण मन'** को अपनाया। यह दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।

## विश्व इतिहास में 26 सितंबर

### पहले टेलीविजन डिबेट का प्रसारण (1960)

26 सितंबर, 1960 को अमेरिका में पहली बार **राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच टेलीविजन डिबेट** का प्रसारण हुआ। इस बहस में जॉन एफ केनेडी और रिचर्ड निक्सन ने हिस्सा लिया। यह घटना राजनीतिक संचार के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत थी।

### कॉन्कॉर्ड का पहला वाणिज्यिक उड़ान (1973)

इसी दिन 1973 में **कॉन्कॉर्ड सुपरसोनिक जेट** ने अपनी पहली वाणिज्यिक उड़ान भरी। यह विमानन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था, जिसने यात्रा के समय को काफी कम कर दिया।

### चीन में पहला अंतरिक्ष यात्री का प्रक्षेपण (2008)

26 सितंबर, 2008 को चीन ने अपने पहले **अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजा**। यह चीन के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी और इसने उसे अंतरिक्ष की दौड़ में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया।

## 26 सितंबर का महत्व

26 सितंबर का दिन विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि:

1. **सामाजिक सुधार**: स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्म से हमें याद आता है कि समाज में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।

2. **देशभक्ति और बलिदान**: भगत सिंह का जन्मदिन हमें देश के लिए त्याग और बलिदान की भावना से प्रेरित करता है।

3. **लोकतांत्रिक मूल्य**: राष्ट्रगान के अंगीकरण से हमें लोकतंत्र के महत्व का एहसास होता है।

4. **तकनीकी प्रगति**: कॉन्कॉर्ड और अंतरिक्ष मिशन जैसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि मानव जाति कैसे निरंतर प्रगति कर रही है।

5. **संचार का महत्व**: पहले टेलीविजन डिबेट से हमें पता चलता है कि संचार के माध्यम कैसे बदल रहे हैं और उनका प्रभाव कितना व्यापक है।

## निष्कर्ष

26 सितंबर का दिन हमें याद दिलाता है कि इतिहास हमेशा बनता रहता है। हर दिन कुछ न कुछ ऐसा होता है जो भविष्य को प्रभावित करता है। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने जीवन में कुछ ऐसा करें जो इतिहास में दर्ज किया जा सके।

हमें इन घटनाओं से सीख लेनी चाहिए और अपने देश और समाज के विकास में योगदान देना चाहिए। चाहे वह सामाजिक सुधार हो, वैज्ञानिक प्रगति हो या फिर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा, हर क्षेत्र में हमारी भूमिका महत्वपूर्ण है।

आइए हम सब मिलकर एक ऐसा भविष्य बनाएं जिस पर आने वाली पीढ़ियां गर्व कर सकें। 26 सितंबर का दिन हमें याद दिलाता है कि हर दिन एक नया इतिहास बनाने का अवसर लेकर आता है। हम सभी के पास यह शक्ति है कि हम अपने कार्यों से इतिहास को नई दिशा दे सकें।
 
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24/09/2024

28 सितंबर को हरोड़ा भिटिया, चंदौली में संयुक्त वाम मोर्चा और भगत सिंह विचार मंच द्वारा एक बड़े सम्मेलन का आयोजन।

सितंबर 24, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज

28 सितंबर को हरोड़ा भिटिया, चंदौली में संयुक्त वाम मोर्चा और भगत सिंह विचार मंच द्वारा एक बड़े सम्मेलन का आयोजन।

सभी समाजवादी लोगों से अनुरोध है कि वे इस सम्मेलन में भाग लें।

इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में भाग लेकर आप समाजवादी विचारधारा को मजबूत करने में अपना योगदान दे सकते हैं। यह आयोजन हमारे समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एकता और समानता के संदेश को फैलाने का एक अनूठा अवसर है।

सम्मेलन में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा होने की संभावना है:

1. वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और समाजवादी आंदोलन की भूमिका
2. भगत सिंह के विचारों की प्रासंगिकता और उनका वर्तमान समय में महत्व
3. किसान और मजदूर वर्ग की समस्याएँ और उनके समाधान
4. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाजवादी नीतियों का महत्व
5. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर और उनकी भूमिका

आप सभी से अनुरोध है कि इस सम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाएँ। अपने साथियों, मित्रों और परिवार के सदस्यों को भी इस बारे में सूचित करें ताकि वे भी इस महत्वपूर्ण आयोजन का हिस्सा बन सकें।

सम्मेलन का समय: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक
स्थान: हरोड़ा भिटिया, चंदौली


कृपया समय पर पहुँचें और अपने साथ पहचान पत्र अवश्य लाएँ। सम्मेलन स्थल पर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।

आइए, मिलकर एक मजबूत और न्यायसंगत समाज का निर्माण करें। हम आपकी उपस्थिति की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
सुदामा पाण्डे द्वारा समाचार विज्ञप्ति - भगत सिंह विचार मंच (6306413290)
 भगत सिंह विचार मंच (6306413290)