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बाल संरक्षण के लिए जागरूकता के साथ-साथ गरीब माता पिता की रोजी-रोटी की हो व्यवस्था : अजय राय
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कंसल्टेशनल बैठक में सिविल सोसायटी |
बाल संरक्षण के लिए आयोजित सिविल सोसायटी व गैर सरकारी संगठन की बाल संरक्षण मुद्दे पर कंसल्टेशनल बैठक में सिविल सोसायटी की तरफ से अजय राय ने यह उठाया मुद्दा
चकिया /मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान के द्वारा डी सी फैमिली रेस्टोरेंट चकिया में सिविल सोसाइटी व गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बाल संरक्षण के मुद्दे पर कंसल्टेशन मीटिंग किया गया। जिसमें सिविल सोसायटी की तरफ से अजय राय ने कहा कि बाल संरक्षण तभी संभव हैं जब जागरूकता के साथ-साथ उनके माता-पिता की रोजी-रोटी की व्यवस्था हो आज परिवार में रोजी रोटी की व्यवस्था के लिए भी बाल श्रम कराया जात हैं जिसमें परिवार की सहमति होती हैं आज जब बाजार के हवाले हैं कृषि चौपट हैं गांव से लोगों का पलायन हो रहा हैं रोजगार के लिए तब बाल श्रमिकों की संख्या मिलेगी ही आज बाल हमारे देश की बहुत बड़ी समस्या हैं उनका श्रम के रूप शारीरिक शोषण हो रहा हैं उनको देश के कई शहरों में ही नही विदेशों में भी ले जाकर शोषण किया जाता हैं ऐसे तो बाल संरक्षण रोकने के लिए गैर सरकारी संगठन अच्छा काम कर रहें हैं लेकिन सरकार को विशेष पहल लेना चाहिए ! बाल श्रम कराने के लिए बाल तस्करी हो रही है ! परिवार आर्थिक रूप से मजबूत होगा तो बच्चों की पढ़ाई की उत्तम व्यवस्था कर पायेंगे! पिछड़े इलाके व गरीबों के बच्चें स्कूल जा सकें उसके लिए सिविल सोसायटी को सोचना चाहिए ! मुख्य अतिथि राष्ट्र सृजन अभियान के उपाध्यक्ष परशुराम सिंह द्वारा बताया गया कि स्कूल में बच्चों को रोकने के लिए सुरक्षित वातावरण की जरुरत है जिसमें कैम्पस में पेड़ पौधा लगाना अति आवश्यक है क्योंकि पौधा लगाना ही नहीं बल्कि उसको बचाना हमारी प्राथमिकता रहे। जैसे पौधे सुरक्षित रहेंगे उसका सकारात्मक प्रभाव बच्चे पर भी पड़ेगा। और जब अच्छे स्कूल में रहेंगे तो बाल श्रम, बाल तस्करी में भी कमी होगी ! आदर्श जन चेतना समिति के निदेशक कृष्ण चन्द्र श्रीवास्तव के द्वारा बताया गया कि हम सभी को बच्चों से सम्बधिंत सूचना को लेकर अपडेट रहना होगा चाहे आर टी आई के द्वारा मिले या सेकेंडरी दस्तावेज के माध्यम से जिससे की बच्चों से सम्बंधित कानून के हिसाब से रणनीति बनाकर काम किया जा सके। वही रामपुर के ग्राम प्रधान के द्वारा बताया गया कि ग्राम स्तर पर पर ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति ने के सहयोग से पंचायत डायरी के माध्यम से जोखिम में पड़े बच्चों की ट्रेकिंग कर रही है और उस ट्रेकिंग की हिसाब से बच्चों को सरकार के योजनाओं से जोड़ने का काम करेंगे। बचपन बचाओ आंदोलन, के चंदा गुप्ता के बराबर सर अच्छा को लेकर विस्तृत रूप से बताया गया। रोजा संस्थान से शिव कुमार वर्मा के द्वारा बच्चों के पोषण युक्त भोजन भी देना अति आवश्यक है। संस्था के प्रोग्राम मैनेजर शहनाज बानो के द्वारा बताया गया कि हम सभी सस्था के साथी अपने -2 कार्य क्षेत्र में भले अलग-अलग मुद्दे पर कार्य रहे है लेकिन बच्चों से संबंधित जो होता है उसको एक साथ लेकर करें जिससे कि बच्चे ऑनलाइन रिस्क के चलते तस्करी का शिकार हो जा रहे हैं या बाल विवाह हो जा रहा है। जागरुकता के अभाव में बच्चे बाल यौन शोषण के शिकार हो जा रही है जिनको गुड टच एवं बैड टच के बारे में बताना है। और जे जे एक्ट, पाक्सो एक्ट, बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 इत्यादि के बारे मे भी बताना होगा। सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा यह सुझाया गया कि ईट भट्ठा पर काम करने वाले मजदूर के जो बच्चों के साथ में प्रवास करते हैं उन बच्चों को नजदीकी स्कूल में नामांकन के लिए सरकार को पत्र लिखना, जिससे की किसी मजदूर का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। आजाद शक्ति ट्रस्ट से देवेंद्र कुमार सक्रिय भूमिका निभाये और इस कार्यकम में महिमा, अंजना , परवेज कमलेश मोहन, नरायन, का संचालन मुकेश कुमार के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन श्री गणेश विश्कर्मा के द्वारा किया गया।
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