दुनिया भर में राम सेतु का सच - सड़क समाचार पत्रिका (जनता की आवाज) 🌎

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24/10/2024

दुनिया भर में राम सेतु का सच

सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         
राजनीतिक कार्यकर्ता श्री आर.डी.सिंह

रामसेतू 18 लाख वर्ष पूर्व "tectonic plates" के घर्शन
द्वारा उत्पन्न हुआ, जो समुद्र तल तक गड़ा हुआ है |
जबकि मानव जाति के जन्मे हुए अभी 1लाख वर्ष भी
नही हुए, करोङो वर्षो पूर्व के डायनासौर्स (Dianasaurs) के अवशेष भी मिलगये मगर वानर सेना
का कोई अता पता नही | इस प्रकार के सेतू जापान-
कोरिया के बीच मे भी है, और इससे कई गुना बड़ा सेतु
तुर्की द्वीप मे भी है |
राम सेतु (Adams bridge) इसे अधिक पुराना होने के कारन आदम पुल भी कहाँ जाता है । राम सेतु (Adams
bridge) पर नासा ने रिसर्च कर बताया कि यह पुल
प्रकृति निर्मित है, मानव निर्मित नही । यह समुद्र में
पाये जाने वाले मूँगा (CORAL) में पाये जाने वाले
केल्शियम कार्बोनेट के छोड़े जाने से निर्मित
श्रंखला है । जिसकी लंबाई 30Km. है । नासा ने इसके सैम्पल लेकर रेडियो कार्बन परिक्षण से बताया कि
यहसेतु 17.5 लाख वर्ष पुराना है । मूंगा (Coral) समुद्र के
कम गहरे पानी में जमा होकर श्रंखला बनाते है । विश्व
में मूँगा से निर्मित ऐसी 10 श्रृंखलाएँ है इनमे से सबसे
बड़ी ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर है । इसकी लंबाई
रामसेतु से भी कई गुणा अधिक 2500 Km है । विश्व की इन सभी दश मूँगा श्रंखलाओ को सेटेलाईट के
द्वारा देखा जा चूका है । नासा के रिसर्च अनुसार
रामसेतु जब 17.5 लाख वर्ष पुराना है, तो इसे राम
निर्मित कैसे कहाँ जा सकता है । जबकि मानव ने
खेती करना/कपडे पहनना 8000 हजार वर्ष ईसा पूर्व
सीखा है । मानव ने लोहा (Iron) की खोज 1500 ईसा पूर्व की है । मानव ने लिखना 1300 ईसा पूर्व
सीखा है । फिर #राम नाम लिखकर दुनियाँ के
पहले पशु सीविल इंजनियर भालू नल-निल ने इसे कैसे
बना डाला?

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