सड़क समाचार पत्रिका (जनता की आवाज) 🌎

सड़क समाचार पत्रिका(जनता की आवाज़) एक हिंदी समाचार वेबसाइट और मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो भारतीय राजनीति, सरकारी नीतियों, सामाजिक मुद्दों और समसामयिक मामलों से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है। मंच का उद्देश्य आम लोगों की आवाज़ को बढ़ाना और उनकी चिंताओं और विचारों पर ध्यान आकर्षित करना है।

household supplies

13/09/2024

**भगत सिंह जन्मोत्सव सम्मेलन का आयोजन - भीतेश्वेनाथ मंदिर (हरौरा, चंदौली)**

सितंबर 13, 2024 0
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सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज
**भगत सिंह जन्मोत्सव सम्मेलन का आयोजन - भीतेश्वेनाथ मंदिर (हरौरा, चंदौली)**
babulal yadav (revolution member)


 
ध्यान में रखते हुए कि यह आयोजन भगत सिंह के जन्मोत्सव के लिए आयोजित किया जा रहा है और इसमें देशभक्त लोगों और समाजवादियों को एकजुट करने का संदेश है, मैं आपके लिए एक ब्लॉग पोस्ट का प्रारूप तैयार कर रहा हूँ। इसे आप अपने हिसाब से और विस्तार से भी कर सकते हैं।
 **भगत सिंह जन्मोत्सव सम्मेलन का आयोजन - भीतेश्वेनाथ मंदिर (हरौरा, चंदौली)**
देश के महान स्वतंत्रता सेनानी **भगत सिंह** के जन्मोत्सव पर एक विशेष सम्मेलन का आयोजन **भीतेश्वेनाथ मंदिर (हरौरा, चंदौली)** में किया जा रहा है। यह सम्मेलन **भगत सिंह विचार मंच, कम्युनिस्ट क्रांति केंद्र**, और **सर्वहारा संघर्ष समिति** के तत्वाधान में आयोजित हो रहा है। आयोजन में सभी देशभक्तों, समाजवादियों और आम जनता को शामिल होने का सादर निमंत्रण है। 
**आयोजन का समय और स्थान**
- **स्थान**: भीतेश्वेनाथ मंदिर, हरौरा, चंदौली  
- **समय**: सुबह **10 बजे** से शाम **6 बजे** तक  
- **तारीख**: [यहाँ तारीख जोड़ें, यदि उपलब्ध हो]  
**आयोजक:**
इस ऐतिहासिक सम्मेलन के आयोजक हैं:
- **विजय यादव**, अध्यक्ष, भगत सिंह विचार मंच  
- **सुदमा पाण्डे**, सचिव, कम्युनिस्ट क्रांति केंद्र  
- संपर्क: **6306413290**
**विषय: देशभक्त और समाजवादी विचारधारा का प्रसार**
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य उन देशभक्तों और समाजवादियों को एक मंच पर लाना है जो कड़ी मेहनत और निष्ठा से समाज को एक बेहतर दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। सम्मेलन में वक्ताओं द्वारा भगत सिंह के विचारों और उनके बलिदान के बारे में चर्चा की जाएगी, साथ ही यह विचार किया जाएगा कि कैसे आज के समय में उनकी विचारधारा को समाज में लागू किया जा सकता है।
**कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:**
- **प्रेरणादायक भाषण**: जाने-माने वक्ता और समाज के प्रख्यात लोग भगत सिंह के विचारों पर चर्चा करेंगे।
- **सांस्कृतिक कार्यक्रम**: स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए जाएंगे।
- **आमंत्रण**: यह कार्यक्रम सभी देशभक्त, समाजवादी और मेहनतकश लोगों के लिए खुला है।


**क्यों शामिल हों?**
भगत सिंह का जीवन और उनकी विचारधारा आज के समय में भी अत्यधिक प्रासंगिक हैं। यह सम्मेलन न केवल उनकी विचारधारा को सम्मानित करने का एक अवसर है, बल्कि वर्तमान पीढ़ी को भी उनके बलिदान और विचारों से अवगत कराने का एक मंच है। 

इस कार्यक्रम में भाग लेकर, आप भगत सिंह के आदर्शों के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत कर सकते हैं और समाज के लिए अपना योगदान सुनिश्चित कर सकते हैं।

12/09/2024

माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश सरकार

सितंबर 12, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज

माननीय।मुख्य।मंत्री।महोदय
उत्तर।प्रदेश।सरकार।लखनऊ
______&&&____________
विसये।।उत्तर।प्रदेश।के।समस्त।सफाई।कर्मचारियों।को।समान।कार्य।का।समान। वेतन देने।एवं।ठेके। दारी समाप्त।करने।के। सम्बन्ध।में
____________________________महोदय
अनुरोध।के।साथ।अवगत।करना। है।की।उत्तर।प्रदेश।में।हो।रहे। अत्त्या चार।से।मुक्ति।दिलाते।हुए।ठेका।प्रथा।को।समाप्त।कर।समान।कार्य।का।समान।वेतन। लागू करने।का।आदेश।पारित।करते। हुऐ परमानेंट। भर्ती।।करे।जिससे।उत्तर।प्रदेश।के।समस्त।सफाई।कर्मचारियों।का।आने।वाला।समय।उज्जल।हो।और।उनके। बच्चों का।जीवन।सुखमय।हो।
अतः।माननीय।महोदय।जी।से।।संघ।अनुरोध।करता। है।की।समस्त।सफाई।कर्मचारियों।के।उत्थान।हेतु।समेस्य।का।समाधान।करने।की।कृपा।करे
आप।का।संघ।आभारी।रहेगा
भवदीय।
अध्यक्ष।एवं।महा।मंत्री
रामप्रकाश। भारती।संतोष।वर्षा
Shiuram। समुद्रे

10/09/2024

योगी सरकार के उप-चुनावों में ज़्यादा फंड कटेहरी और कम फंड मिल्कीपुर कार्यक्रम

सितंबर 10, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज  *योगी सबसे ज्यादा कटेहरी और सबसे कम मिल्कीपुर पर मेहरबान:* 
प्रेम बहादुर और शमसेर सिंह की योगी सरकार की एक रिपोर्ट 


उपचुनाव से पहले 8 सीटें कवर कीं; 5 हजार करोड़ के पैकेज, 22500 को नौकरी
~~~~~~~~~
अभी यूपी में उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है। उसके पहले ही 10 में से 7 सीटों वाले जिलों में 5 हजार करोड़ की 8 हजार 518 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो गया। यह सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन सीटों पर पहुंचकर किया। 22,500 युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे। सबसे ज्यादा फायदे में अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट रही, जबकि सबसे कम अयोध्या की मिल्कीपुर।
उपचुनाव की कमान अपने हाथ में लेने के बाद एक महीने में योगी ने 8 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। सिर्फ मुजफ्फरनगर की मीरापुर में कोई घोषणा नहीं की। बाकी 7 सीटों पर जनता को बड़ी सौगातें मिली हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव की तरह उपचुनाव में भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती सपा का PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) फॉर्मूला तोड़ना है। इसीलिए सीएम योगी राष्ट्रवाद और हिंदुत्व पर ज्यादा मुखर दिख रहे हैं।
अक्टूबर-नवंबर में यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। ये अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, कानपुर नगर की सीसामऊ, मैनपुरी, अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, प्रयागराज की फूलपुर, मुरादाबाद की कुंदरकी और भदोही जिले की मझवां सीटें हैं। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस उपचुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है।
इसलिए योगी ने अब तक मिल्कीपुर और कटेहरी का तीन से चार बार दौरा कर लिया है। खैर, मैनपुरी, सीसामऊ, फूलपुर, मीरापुर और कुंदरकी का एक-एक बार दौरा किया। गाजियाबाद और मझवां में आने वाले दिनों में दौरा करने वाले हैं।
भाजपा से जुड़े नेताओं की मानें, तो सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने उपचुनाव की रणनीति तैयार की। इसमें लोकसभा चुनाव में कमजोर रहे पक्षों को उपचुनाव में मजबूत करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत पूरा उपचुनाव राष्ट्रवाद, रोजगार और विकास के मुद्दे पर लड़ने की रणनीति तय हुई। साथ ही महिलाओं और युवाओं पर खास फोकस करना तय हुआ।

विनोबा जयंती 11 सितंबर से प्रारंभ 100 दिन सत्य गृह राजघाट वाराणसी

सितंबर 10, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज *विनोबा जयंती 11 सितंबर से शुरू होगा 100 दिवसीय सत्याग्रह*
राजघाट वाराणसी 


वाराणसी 9 सितं 24 
 स्वतंत्रता आंदोलन के प्रथम सत्याग्रही आचार्य विनोबा भावे की जयंती 11 सितंबर से सर्व सेवा संघ, राजघाट, वाराणसी परिसर के विध्वंस के विरुद्ध और पुनर्निर्माण के लिए 100 दिन का सत्याग्रह प्रारंभ हो रहा है जो 19 दिसंबर 2024 तक चलेगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी सरकार ने पिछले साल 12 अगस्त 2023 को बिना किसी न्यायिक आदेश के अवैधानिक तरीके से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा निर्मित सर्व सेवा संघ के ऐतिहासिक इमारत को मटियमित कर दिया था। साधना केंद्र को विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण ने बनाया था। यहां तक कि सर्व सेवा संघ प्रकाशन की गांधी विचार की किताबों को सड़क पर फेंक दिया था।
 सत्याग्रह की शुरुआत के प्रथम दिन सर्व सेवा संघ के पांच सत्याग्रही _ अध्यक्ष चंदन पाल, वरिष्ठ गांधीवादी श्रीमती कृष्णा मोहंती, रविंद्र सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष रामधीरज एवं सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद कुशवाह उपवास पर बैठेंगे।

*1श्रीमती कृष्णा मोहंती*

उड़ीसा के मुख्यमंत्री एवं सर्व सेवा संघ के पूर्व अध्यक्ष नब कृष्ण चौधरी एवं सर्वोदय नेत्री मालती चौधरी की सुपुत्री 86 वर्षीया सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती कृष्णा मोहंती का पूरा जीवन गांधीवादी मूल्यों के प्रति समर्पित रहा है। वे गांधी जी के आश्रम सेवाग्राम में रही है और बचपन में ही अपनी मां के साथ जेल में बिताया है। सर्व सेवा संघ, राजघाट परिसर में भी कई वर्षों तक उनका निवास रहा है।
आचार्य विनोबा भावे द्वारा प्रारंभ भूदान आंदोलन में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आदिवासी समुदाय में साक्षरता के प्रचार प्रसार के लिए उन्हें भारत सरकार के द्वारा सम्मानित भी किया गया है। उन्हें गांधी पुरस्कार से भी नवाजा गया है।

*2 रविंद्र सिंह चौहान*

 आचार्य विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण के प्रेरणा और प्रयास से 60 के दशक में चंबल के 650 बागियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। रायबरेली, उत्तर प्रदेश के रहनेवाले 85 वर्षीय रविंद्र सिंह चौहान इस अभियान में अत्यंत सक्रियता के साथ शामिल थे। विनोवा जी से प्रभावित होकर उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी और भूदान आंदोलन के हिस्सेदार बन गए।

*3 चंदन पाल*

पश्चिम बंगाल के 75 वर्षीय चंदन पाल पिछले 6 दशकों से सामाजिक जीवन में सक्रिय रहे हैं। 1964 में शांति सेना के साथ उनका सामाजिक जीवन का प्रारंभ हुआ और बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के समय शरणार्थी शिविरों में उन्होंने अपनी सेवा दी। सुनामी के समय अंडमान निकोबार में और सुपर साइक्लोन के वक्त उड़ीसा के राहत कार्य में अपना विशिष्ट योगदान दिया। असम के कोकडाझाड़ में सांप्रदायिक तनाव को दूर कर सद्भाव और शांति स्थापित करने में भी सफलता पाई। वे वहां 5 वर्ष तक रहे।संप्रति, वे सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष की जिम्मेवारी निभा रहे हैं। उनके कार्य को देखते हुए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

*4 रामधीरज* 

आपातकाल के विरुद्ध लोकतंत्र के लिए संघर्ष करने वाले रामधीरज 19 महीने तक मीसा के अंतर्गत जेल में रहे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ते हुए 1974 के जेपी आंदोलन से प्रभावित होकर सामाजिक जीवन में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में शामिल हो गए और आज तक समाज की नव रचना में अपना योगदान दे रहे हैं।
1990 में बहुराष्ट्रीय कंपनियों और डंकल प्रस्ताव के खिलाफ देशभर में आंदोलन चलाया। वे किसानों के संघर्ष में भी लगातार जुड़े रहे और 2012 में चले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी अपना योगदान दिया। राम धीरज गांधी विचार के प्रचार प्रसार के लिए गठित सर्व सेवा संघ प्रकाशन के संयोजक रहे और फिलहाल उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष हैं।

*5 अरविंद सिंह कुशवाह*

उत्तर प्रदेश कानपुर के रहने वाले अरविंद सिंह कुशवाह गांधीवादी परिवार से हैं। बुंदेलखंड के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के प्रचार- प्रसार और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। वे फिलहाल सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय मंत्री के रूप में सर्वोदय आंदोलन को सक्रिय करने में लगे हुए हैं।
यह सत्याग्रह गांधीवादी मूल्यों पर अहिंसा और शांति पर आधारित 100 दिनों तक जारी रहेगा। प्रतिदिन उड़ीसा, बंगाल, महाराष्ट्र, केरल कर्नाटक हरियाणा, बिहार, उत्तराखंड आदि अलग-अलग राज्यों और जिलों से सर्वोदय कार्यकर्ता आएंगे एवं शांतिपूर्ण सत्याग्रह करेंगे। 
 राम धीरज 
सर्व सेवा संघ वाराणसी

युवा मोर्चा के संयोजक राजेश सचान द्वारा शीर्ष भारतीय संस्थानों की एक रिपोर्ट

सितंबर 10, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज   
कैम्पस चयन रिपोर्ट 

  देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित संस्थानों में शुमार आईआईटी मुंबई में इस वर्ष कैंपस इंटरव्यू में 25 फीसद छात्रों को नौकरी नहीं मिली। वहीं न्यूनतम सालाना पैकेज महज 4 लाख रुपए रहा। मुंबई आईआईटी की यह रिपोर्ट पिछले दिनों से चर्चा का विषय है। गत वर्ष भी देश भर में 38 फीसदी आईआईटी छात्रों को कैंपस इंटरव्यू में नौकरी मिली थी। देश में प्रति वर्ष डिग्री हासिल करने वाले 15 लाख इंजीनियरिंग ग्रेजुएट में से 50 फीसदी युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। आईटी सेक्टर में संकट को इसकी मुख्य वजह माना जा रहा है। वैसे तो आईटी सेक्टर में कई वर्षों से लगातार छंटनी हो रही है । लेकिन 2024 में जनवरी से अगस्त तक रिकॉर्ड एक लाख 35 हजार से ज्यादा लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं। देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पहले से ही संकटग्रस्त है। एमएसएमई ईकाइयां भी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही हैं, इनके पुनर्जीवन के सरकारी उपाय नाकामी साबित हुए हैं। कहने का मतलब है कि देश गहरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार अपनी नीतियों में बदलाव करने के लिए कतई तैयार नहीं है। देश में अनुमानित एक करोड़ पद खाली हैं उन्हें भी भरने का कोई गंभीर प्रयास नहीं दिखता है। 
           जब इतने बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट बेरोज़गार हैं। डिप्लोमा व आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त युवा तो करोड़ों की संख्या में बेरोज़गार हैं और जो काम भी कर रहे हैं उसमें बहुतायत युवा बेहद कम वेतन पर काम करने के लिए विवश हैं। जब पहले से ही स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त युवा करोड़ों की संख्या में बेरोज़गार हैं तब एक साल के इंटर्नशिप देकर इन युवाओं को कैसे रोजगार मिलेगा, इसका कोई जवाब सरकार के पास नहीं है। वैसे बजट 2024 में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का लक्ष्य रखा गया है लेकिन बजट आवंटन महज 2 हजार करोड़ रुपए है। 
     कुलमिलाकर बेरोज़गारी की समस्या बेहद चिंताजनक है। सीएमआईई के हाल में जारी आंकड़ों में रिकॉर्ड 9 फीसद से ज्यादा बेरोज़गारी की दर है। यह तब है जब कि 
यूनिवर्सिटी कालेज के करोड़ों छात्रों समेत अन्य करोड़ों बेरोजगारों को शामिल ही नहीं किया जाता है। क्योंकि उन्हें लेबर फोर्स में शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा प्रच्छन्न बेरोज़गारी, अल्प रोजगार और न्यूनतम मजदूरी से भी कम दरों पर काम करने वाले करोड़ों शिक्षित व उच्च शिक्षित युवा/युवतियों की आर्थिक हालत का आंकलन किया जाए तो देश में बेरोज़गारी की भयावह स्थिति की सही तस्वीर सामने आयेगी। 
          जैसा कि कारपोरेट्स समर्थक पैरोकार मानते हैं कि बेरोज़गारी की समस्या का समाधान संभव नहीं है। यह पूरी तरह से गलत है। देश में संसाधनों की भी कतई कमी नहीं है। लेकिन बड़े पूंजी घरानों ने अकूत मुनाफा कमा कर बेतहाशा संपत्ति अर्जित की है। कौन नहीं जानता कि इस संपत्ति को इनके द्वारा कैसे अर्जित किया गया है। सवाल है कि सरकार के खजाने में अधिकांश हिस्सा आम लोगों के प्रत्यक्ष व परोक्ष टैक्स से ही आता है ऐसे में इन अरबपतियों की संपत्ति व उत्तराधिकार कर क्यों नहीं लगाया जाता। जबकि इनके ऊपर 2 फीसद संपत्ति कर और इसी तरह इस्टेट ड्यूटी जैसे अन्य में समुचित टैक्स ही रोजगार सृजन, शिक्षा स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और हर व्यक्ति की सम्मानजनक जिंदगी जैसे सवालों को हल करने के लिए पर्याप्त है। 
युवा मंच अन्य सहयोगी संगठनों से मिलकर रोजगार अधिकार अभियान में इन सवालों पर बड़े पैमाने पर छात्रों, आम नागरिकों और नागरिक समाज समेत समाज के सभी तबकों से संवाद किया जा रहा है। आप सभी से निवेदन है कि इस अभियान से जुड़े। वाट्सएप नंबर 7905645778 पर मैसेज भेज कर इस मुहिम से जुड़ सकते हैं और यह आग्रह है कि इस अभियान को कैसे आगे बढ़ाया जाए इस संबंध में सुझाव भी भेजें। 
राजेश सचान, संयोजक युवा मंच 
दिनांक: 9/9/2024

08/09/2024

भूख हरताल पर बैधे अनसंकारियो ने अर्धनाग होकर विरोध किया

सितंबर 08, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज*     
विरोध प्रदर्शन करते हरिश्चंद्र केवट व ग्रामीण 

भूख हड़ताल पर बैठे अनशनकारियो ने अर्धनग्न होकर विरोध किया*
आज दिनांक 08/09/2024 को भूख हड़ताल के सातवे दिन भी अनशनरत् लोगो से शासन-प्रशासन से वार्ता करने कोई भी अधिकारी नही पहुँचा।बताते चले कि जनप्रतिनिधियो की तरफ से चाहे नगर विधायक हो या जिले की सासंद महोदया,किसी भी ने अभी तक अनशन स्थल पर नही पहुँचे है। अनशन का नेतृत्व कर रहे हरिश्चंद्र केवट बताते हैं कि, जिस तरह से शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली है और पिछले 7 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे लोगों की सुधि नहीं ले रहे हैं उसे साफ जाहिर है कि मिर्जापुर का शासन प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि लोगों की मौत से ही जागेंगे। भूख हड़ताल को समर्थन देने भदोही से चलकर आए अपना दल के जिला अध्यक्ष श्री जितेंद्र पटेल ने समर्थन पद देने के साथ लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की सबसे बड़ी नाकामी ठेका प्रथा है आज हर तरफ लोगों की अजीविका  और रोजी-रोजगार को छीनने का काम किया जा रहा है। जहां प्रधानमंत्री बड़े-बड़े व्यापारियों को इकोनामिक क्लास में शामिल करने की बात कर रहे हैं वही मिर्जापुर में जो शमशान
ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन 
शव गृह के लिए माफिया अनुबंध करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन 
प्रोटेसघाट का ठेका हुआ है उससे साफ जाहिर है कि अब सरकार ने गरीबों को भी इकोनामिक क्लास में शामिल कर लिया है।
जनमुक्ति परिषद से समर्थन देने पहुंचे सौरभ ने कहा कि यह ठेका पूरी तरह से समाप्त होना चाहिए,जिस धैकार समाज का पुराना काम है और जो बहुत पहले से चला आ रहा था वह चलता रहे, यह जो ठेका देकर इस समाज के काम को छीनने का प्रयास किया गया है, यह सरकार और पूंजीपतियो का गठजोर है, इसे पूरी तरह से निरस्त किया जाये।

हरिश्चंद्र केवट 
9555744251                                                      रोडवेज-न्यूज सभी समाज से अपील करता है कि वे प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मदद करें तथा उनकी मांग को शामिल करें कि सरकारी संस्था शीघ्र हस्तक्षेप कर निष्पक्ष निर्णय ले।   

06/09/2024

हरिश्चंद्र और उनके साथियों का भूख हड़ताल

सितंबर 06, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज
** हरिश्चंद्र और उनके साथियों का भूख हड़ताल: सार्वजनिक ठेके में शव दाह के शुल्क पर रोक की मांग
भूख हड़ताल के दौरान ग्रामीण 


**परिचय:**
2 सितंबर 2024 को, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के भोगांव में एक महत्वपूर्ण आंदोलन की शुरुआत हुई। हरिश्चंद्र और उनके साथियों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की। यह हड़ताल सरकारी नीति के विरोध में है, जिसमें सार्वजनिक ठेके के माध्यम से शव दाह करने पर शुल्क लगाया जा रहा है। हरिश्चंद्र और उनके साथी सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस शुल्क को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाए और शव दाह के लिए नए निर्माण के ठेकेदारों द्वारा संचालित शुल्क प्रणाली को बंद किया जाए।

**हड़ताल की पृष्ठभूमि:**
भोगांव में हाल ही में निर्माणाधीन शवदाह गृह को एक निजी ठेकेदार को दिया गया है, जिसके तहत हर व्यक्ति को अपने परिजनों के शव का दाह करने के लिए शुल्क देना पड़ता है। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। हरिश्चंद्र, जो पहले से ही सामाजिक और मानवीय कार्यों के लिए जाने जाते हैं, इस नाइंसाफी के खिलाफ खड़े हुए हैं। उनका कहना है कि अंतिम संस्कार के लिए जनता से पैसा वसूलना मानवता के खिलाफ है और सरकार को तुरंत इस नीति को बदलना चाहिए।

**मांगें:**
1. शवदाह के लिए लगाए जा रहे शुल्क को तुरंत समाप्त किया जाए।
2. ठेकेदारों द्वारा संचालित शवदाह प्रणाली को बंद किया जाए।
3. सरकार सार्वजनिक शवदाह गृहों को संचालित करे और अंतिम संस्कार मुफ्त किया जाए।
4. गरीब और असहाय परिवारों को अंतिम संस्कार के लिए सरकारी सहायता मिले।

**प्रतिक्रिया और समर्थन:**
हरिश्चंद्र और उनके साथियों की भूख हड़ताल ने पूरे मिर्जापुर में हलचल मचा दी है। स्थानीय जनता के साथ-साथ कुछ सामाजिक संगठन भी इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि यह नीति समाज के गरीब वर्ग के साथ अन्याय है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा तेजी से फैल रहा है, और लोग सरकार से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

**सरकार की प्रतिक्रिया:**
अब तक, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने हड़ताल समाप्त करने की अपील की है और कहा है कि वे इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं। लेकिन हरिश्चंद्र और उनके साथी अपनी मांगों पर अडिग हैं और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे हड़ताल जारी रखेंगे।

**भविष्य की रणनीति:**
हरिश्चंद्र और उनके साथी इस आंदोलन को लंबे समय तक जारी रखने की योजना बना रहे हैं। उनके अनुसार, अगर सरकार जल्द ही कोई समाधान नहीं निकालती है, तो वे इस आंदोलन को मिर्जापुर के बाहर भी फैलाने का प्रयास करेंगे। साथ ही, वे अन्य सामाजिक संगठनों से भी समर्थन मांगेंगे ताकि यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर उठ सके।

**प्रश्न और उत्तर (F&Q):**

**प्रश्न 1:** हरिश्चंद्र और उनके साथी भूख हड़ताल क्यों कर रहे हैं?
**उत्तर:** हरिश्चंद्र और उनके साथी सरकारी नीति के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे हैं, जिसमें शव दाह के लिए जनता से शुल्क लिया जा रहा है। उनकी मांग है कि यह शुल्क तत्काल समाप्त किया जाए।

**प्रश्न 2:** यह शुल्क किस प्रकार की समस्या उत्पन्न कर रहा है?
**उत्तर:** शव दाह के लिए शुल्क लेना गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ डाल रहा है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए समस्या है जो पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

**प्रश्न 3:** सरकार ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
**उत्तर:** अब तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। हालांकि, प्रशासन ने हड़ताल समाप्त करने की अपील की है।

**प्रश्न 4:** अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो हरिश्चंद्र और उनके साथी क्या करेंगे?
**उत्तर:** हरिश्चंद्र और उनके साथी इस आंदोलन को मिर्जापुर के बाहर भी फैलाने की योजना बना रहे हैं और अन्य सामाजिक संगठनों से समर्थन लेने की कोशिश कर रहे हैं।

**प्रश्न 5:** क्या यह आंदोलन केवल मिर्जापुर तक सीमित रहेगा?
**उत्तर:** फिलहाल यह आंदोलन मिर्जापुर में हो रहा है, लेकिन अगर सरकार ने जल्द ही कोई समाधान नहीं निकाला तो इसे राष्ट्रीय स्तर तक फैलाया जा सकता है।

**सारांश:**
हरिश्चंद्र और उनके साथियों की भूख हड़ताल उत्तर प्रदेश सरकार की शव दाह शुल्क प्रणाली के खिलाफ एक महत्वपूर्ण आंदोलन है। यह आंदोलन समाज के गरीब और मध्यमवर्गीय वर्ग के लिए हो रहे अन्याय के खिलाफ है। उनकी मांगें हैं कि इस शुल्क को तुरंत समाप्त किया जाए और शवदाह गृहों का संचालन सरकार खुद करे। अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकलता है, तो यह आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है। 

हरिश्चंद्र का यह कदम न केवल स्थानीय जनता के हित में है, बल्कि यह मानवता के आधार पर भी सही ठहराया जा सकता है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और कैसे इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।

04/09/2024

उत्तर प्रदेश सिविल जज के अंतिम परिणाम पर एक रिपोर्ट

सितंबर 04, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग   
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व समाज विज्ञानी 

 न्यूजउत्तर प्रदेश सिविल जज परीक्षा (पी०सी०एस० जे) का परिणाम रैंक सहित सूची पर जरा गौर करें...
1.आकांक्षा तिवारी      रैंक 1 
2.प्रतीक त्रिपाठी         रैंक 3
3.मीता पांडेय             रैंक 7
4.अनीमा मिश्रा           रैंक 13
5.सौरभ शुक्ला           रैंक 16
6.प्रशांत शुक्ला           रैंक 17 
7.सौरभ पांडे              रैंक 20 
8.ज्योत्सना राय          रैंक 21
9.रीचा शुक्ला             रैंक 24
10.रूचि कौशिक        रैंक 27
11.सौम्य भारद्वाज      रैंक 30 
12.सौम्य मिश्रा          रैंक 34
13.वरूण कौशिक      रैंक 37 
14.देवप्रिय सारस्वत    रैंक 38
15.सोनाली मिश्रा        रैंक 40 
16.शिप्रा दुबे              रैंक 42 
17.सुप्रिया शर्मा          रैंक 43
18.शिवम द्विवेदी        रैंक 45
19.अक्षिता मिश्रा        रैंक 46
20.राजीव रंजन मिश्रा  रैंक 56 
21.मोनिका मिश्रा        रैंक 57
22.सुधा शर्मा             रैंक 61
23.सौरभ ओझा         रैंक 63
24.आस्था मिश्रा         रैंक 65
25.श्रुति त्रिपाठी          रैंक 68
26.रजत शुक्ला          रैंक 70
27.रवि पांडेय                  76
28.आयुषि चतुर्वेदी           77
29.अश्विनी कुमार उपाध्याय  रैंक 84
30.प्रद्युमन कुमार मिश्रा       87
31.प्रफुल्ल उपाध्याय           98
32.सौम्य मिश्रा                 105
33.निहारिका पांडेय           110
34.अभिषेक त्रिपाठी          118
35.ममता दुबे                   119
35.रिचा अवस्थी               122
36.शुभम द्विवेदी               123
37.चन्द्र प्रकाश तिवारी       128
38.श्वेता तिवारी                130 
39.पंकज पांडेय                135 
40.देवेश त्रिपाठी               137
41.गौरव द्विवेदी                138
42.ईशा त्रिपाठी                139
43.श्वेता त्रिपाठी                148
44.सौम्य द्विवेदी                151
45.प्रत्युष आनंद मिश्रा       152
46.सत्यप्रकाश नारायण 
47.तिवारी.                      154
48.अमन शुक्ला               164
49.दीक्षा त्रिपाठी               177
50.तुषार शर्मा                  178
51.रिषभ चतुर्वेदी              180
52.आयुषि पांडेय              181
53.अंबुज मिश्रा                182
54.रागिनी मिश्रा               184
55.सौम्य पांडेय                 189
56.साक्षी मिश्रा                 191
57.वसुंधरा शर्मा                192
58.कृष्ण मोहन पांडेय        193
59.पियुष्का तिवारी            194
60.श्वेतिका उपाध्याय         202
61.प्रतिभा शुक्ला              203
62.शिवांगी त्रिपाठी            204
63.नैंसी तिवारी                 206
64.शिवांगी व्यास              208 
65.अमित मणि त्रिपाठी      210
66.दीक्षा त्यागी                 214
67.अरूण कुमार पांडेय     217
68.समृद्धि मिश्रा               222
69.अंजलि पांडेय              225
70.प्रियल शर्मा                 227
71.निधि पांडेय                 231
72.प्रियंका शर्मा                235
73.प्रभात कुमार दुबे          236
74.यशा शर्मा                    240
75.सृष्टि त्रिपाठी                242
76.अंबेश कुमार पांडेय       243
77.सोनल उपाध्याय           244
78.सारांश शर्मा                 248
79.अजीत कुमार मिश्रा      250     
नोट :- *ST, SC, OBC वाले कृपया मस्जिद की खुदाई करते रहें, क्या पता उसके नीचे मंदिर दबा हो और अपनी कट्टरता को कायम रखें एवं धर्म पर गर्व करें। यह बात सभी SC, ST,  OBC के लोगों को समझना चाहिए की बीजेपी शासन में बहुजनों के साथ न्याय की कोई उम्मीद नहीं करे। जो लोग बीजेपी के लिये कार्य कर रहे हैं उन्हें यह सूंची अच्छे से दसो बार देख लेना चाहिए, ब्राह्मण देश 3.5% होने के बाद भी 100% पदों पर सिविल जज बनाकर बैठा दिये गये हैं l यह ही हालात आगामी लोक सभा चुनाव 2024 के बाद पुरे देश में देखने को मिलेगा ll 
बहुजनों जागो और जगाओ

*इस मैसेज को शेयर करने से मेरा कोई पार्टी या धर्म से मतलब नहीं है मतलब है शिक्षा को लेकर और जागरूकता को लेकर*

राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी (S.L. Thakur)

सितंबर 04, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज   

  🙏🌹👉🇮🇳आए इंकलाबी साथियों, एक नजर हम सभी इस इंकलाब पर डालते हैं। बहुत ही गंभीर और चिंतनीय विषय है। आज राजनेता चाहे जिस भी राजनीतिक दल का हो नैतिक रूप से पतीत नहीं होते अपवाद को छोड़कर तो ना देश के अंदर भ्रष्टाचार होता, ना तो अन्याय और ना तो अत्याचार आज देश के बहन, बेटियों के साथ बलात्कार की घटना लगातार वर्षों वर्षों से हो रही है। चाहे किसी की भी दल की सरकार रही हो इस पर नियंत्रण नहीं हुआ इसके पीछे जिम्मेदार कौन मैं तो मानता हूं कि नैतिक रूप से पतित राजनेता जो की बलात्कार में भी जाति और धर्म की चर्चा करते हैं। और राजनीतिक रोटी सेकने से बाज नहीं आते कहां बची इनके पास नैतिकता, कहां बची इनके पास इंसानियत, कहां बची इनके पास सामाजिकता और राजनीतिक सोच।। राष्ट्रीय समाजवादी जन क्रांति पार्टी की सोच पार्टी का नाम लेना यहां नितांत आवश्यक है क्योंकि किसी भी मुद्दे को प्रबलता देने के लिए हमें उचित प्लेटफार्म एवं विधि सम्मत प्लेटफॉर्म की जरूरत होती है। हम सभी लोग सबसे पहले बलात्कार की शिकार पीड़िता को मानते हैं कि, हमारी भारत की बेटी है। हम उसके पिता हैं। माता हैं। भाई भी हैं। बहन भी हैं। सारे रिश्ते हमारे उसके साथ जुड़े हैं ।आज हम उन बलात्कारियों के खिलाफ इतनी मजबूती से आवाज उठाएंगे कि उनका रूह कांप जाएगा न्याय के कटघरे में खड़ा होकर यह होगी, भारत की आवाज यह होगी नैतिकता से ओत-प्रोत भारतीयता की आवाज, यह होगी अपनत्व की आवाज यह होगी, सत्य, न्याय और प्यार की आवाज, इसी विचारधारा से अंत होगा नफरतीयो का नैतिक पतित राजनेताओं का, अन्याय अत्याचार का, भ्रष्टाचार का जब हम भारत के ईमानदार नागरिक इंकलाब की आवाज देंगे। फिर भारत के रहने वाले लोग सभी भाई-बहन के रूप में होंगे समता मूल्क समाज होगा समाज होगा। जाति, धर्म, क्षेत्र बाद, और भाषा के आधार पर नफरत का अंत होगा। फिर होगा असत्य पर सत्य विजय अन्याय पर न्याय का विजय, आए हम सभी मिलकर इस अभियान को चलाते हैं। वैधानिक प्लेटफार्म के अंतर्गत राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी के साथ हम भारत के लाल हैं ।हमारा इंकलाब है। सत्यमेव जयते।

30/08/2024

भारत के नेता के जाति संबंधी रिश्तेदार पर एक नजर (इस नेता नीति को जानें और समझें)

अगस्त 30, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज*.  
सेवानिवृत्त प्रोफेसर राम दुलार की राय 
                       रामाश्रय ग़ाज़ीपुर रिसर्च डेटा 
रामाश्रय गाजीपुर जन नेता 


एससी नेता और उनकी ब्राम्हण पत्निया*
👉 रामनाथ कोविंद - पत्नी ब्राह्मण
👉 रामविलास पासवान - पत्नी ब्राह्मण
👉 प्रकाश अंबेडकरजी - पत्नी ब्राह्मण
👉 सांसद उदित राज- पत्नी ब्राह्मण
👉 रामदास अठावले - पत्नी ब्राह्मण

*ब्राह्मण राजनेता और उनके दामाद* 😗
👉 अशोक सिघंल, बेटी सीमा सिघंल - मुख्तार अब्बास नकवी.
👉 मुरली मनोहर जोशी, बेटी रेणू जोशी - शाहनावाज हुसैन
👉 लालकृष्ण आडवाणी की बेटी रोशन आडवाणी की दूसरी शादी - सलीम
👉 लालकृष्ण आडवाणी, भतीजी प्रतिभा आडवाणी - अल्ताफ हुसैन
👉 सुबहरण स्वामी, बेटी सुहासिनी - नदीम हैदर.
👉 बालसाहब ठाकरे की पोती - सहजाद
👉 प्रवीण तोगडिया की लडकी - असफाक मीर
👉 मोहन भागवत की भतीजी उर्मिला मातोडकर - मोहसीन अख्तर.
👉 शीला दीक्षित, बेटी लतीका दीक्षित - सैय्यद मौहम्मद इमरान 
👉 अशोक मणी, बेटी अखिला मणी - शफीन जहाँ.


*Some others*.....

👉 मोनिका बेदी - अबू सलेम.
👉 संगीता बिजलानी - मोहम्मद अजहरूदीन.

*मुस्लिम राजनेता और ऊनकी ब्राह्मण पत्निया*
👉 उमर अब्दुला की पत्नी - पायल नाथ ब्राह्मण
👉 शाहरुख़ खान की पत्नी - गौरी छिब्बर ब्राह्मण
👉 आमिर खान की पहली पत्नी - रीमा दत्त ब्रह्माण और दूसरी पत्नी - किरण राव ब्राह्मण

👉 सैफ अली खान के पिता नवाब पटौदी मसूंर अली खान - पत्नी शर्मीला टैगोर,ब्राह्मण
👉 फरहान अखतर (बॉलीवुड हीरो) - पत्नी अधूना भवानी, ब्राह्मण
👉 फरहान आजमी - पत्नी आयशा टाकिया (फिल्मी हीरोइन) ब्राह्मण
👉 शकील लदाक - पत्नी अमृता अरोडा़, ब्राह्मण(फिल्मी हीरोइन)
👉 सलमान खान के भाई अरबाज खान - पत्नी मलाईका अरोडा़, ब्राह्मण .
👉 सलमान खान के छोटे भाई सुहेल खान - पत्नी सीमा सचदेवा,ब्राह्मण
👉 आमिर खान के भांजे इमरान खान - पत्नी अवितंका, ब्राह्मण 
👉 सजंय खान के बेटे जायद खान (बॉलीवुड हीरो) - पत्नी मलिक पाऱेख, ब्राह्मण
👉 फिरोज खान के बेटे फरदीन खान - पत्नी नताशा पांड्या, ब्राह्मण.
👉 इरफान खान (बॉलीवुड हीरो ) - पत्नी सुतपा, ब्राह्मण .
👉 नसीरुद्दीन शाह (फिल्मी हीरो ) - पत्नी रतना पाठक,.
ब्राह्मण ।
*अब सवाल ये है की, इन धर्म के ठेकेदारो को......... गरीब एससी-"अछूत लगता" है, अमीर एससी-"दामाद" !!!*

*गरीब मुस्लिम तो "गद्दार और देशद्रोही" लगता है,.... अमीर मुस्लिम-"दामाद" !!!*

बड़ी मेहनत से लिस्ट तैयार hui है सबको शेयर kariye !!!

*ये पूरी जनता को बेवकूफ समझते हैं...ये धर्म के नाम पर केवल हमें आपस में लड़वाते हैं,*                                                 रोडवे न्यूज़ समाचार पत्रिका पढ़ने और साझा करने के लिए सभी का धन्यवाद अधिक जानकारी के लिए www.roadwaynews.com पर जाएं

29/08/2024

व्यवसायी सदस्यता अभियान

अगस्त 29, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज* व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान*
बाबूलाल यादव 


*व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान प्रारंभ* 
*समस्त व्यापारी एकजुट हो शिव कुमार गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष उधोग व्यापार मंडल समिति उत्तर प्रदेश*
उद्योग व्यापार मंडल समिति उत्तर प्रदेश एवं युवा उद्योग व्यापार मंडल समिति उत्तर प्रदेश का व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान 28/8/24 को मोरैला बाजार क्षेत्र में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश शिव कुमार गुप्ता के नेतृत्व में प्रारंभ किया गया 
 व्यापारियों को एकजुट रहने का आवाहन किया व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान के अंतर्गत दर्जनों व्यापारियों को सदस्य बनाया गया 
व्यापारियों को संबोधित करते हुए शिव कुमार गुप्ता ने कहा प्रत्येक व्यापारी को संगठन के सूत्र में पिरोना यही उद्देश्य है और इसीलिए व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है जो निरंतर पूरे वर्ष चलता रहेगा संगठन का यह प्रयास रहेगा की कोई भी व्यापारी अकेला ना रहे सभी को एकता के सूत्र में बांधा जाए ताकि किसी भी स्तर पर किसी भी व्यापारी का कोई शोषण उत्पीड़न ना कर सके 
व्यापारी जोड़ो सदस्यता अभियान में मोरैला बाजार अध्यक्ष रामधनी यादव,महामंत्री संजय वर्मा,सचिव अजीत विश्वकर्मा,मंत्री दर्शन यादव आदि व्यापारी उपस्थित रहे l

*उधोग व्यापार मंडल समिति उत्तर प्रदेश*

28/08/2024

रजत सिंह रोजगार अधिकार एवं शिक्षक भारती आंदोलन लखनऊ

अगस्त 28, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज*
Rajesh sachan with teachers 

रोजगार अधिकार अभियान के तहत हजरतगंज लखनऊ में शिक्षक भर्ती आंदोलन के रजत सिंह व अन्य प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श* 

 रोजगार अधिकार अभियान में 50 बच्चों से कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों जिनकी संख्या करीब 27 हजार है को बंद करने, आरटीई एक्ट 2009 का कड़ाई से अनुपालन और परिषदीय विद्यालयों में रिक्त 1.26 लाख शिक्षकों के पदों पर तत्काल भर्ती को में प्रमुखता से उठाया जाएगा। गौरतलब है कि 30 बच्चों से कम संख्या वाले 24 हजार परिषदीय विद्यालयों को पहले ही बंद किया जा चुका है। सरकार की *उपरोक्त कार्रवाई आरटीई एक्ट 2009 का सीधा उल्लंघन है और इसका उद्देश्य शिक्षा का निजीकरण करना व शिक्षा माफियाओं के हवाले करना है।* 

      गौरतलब है कि देशव्यापी मुहिम के तहत निम्न मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जा रहा है।
 *बड़े पूंजी घरानों की संपत्ति पर समुचित टैक्स लगाओ* 
 *शिक्षा स्वास्थ्य व रोजगार की गारंटी करो* 
 *देश में खाली पड़े करीब एक करोड़ पदों पर तत्काल भर्ती करो* 
 *हर व्यक्ति की सम्मानजनक जिंदगी की गारंटी करो* 

राजेश सचान संयोजक युवा मंच

एस.एल.ठाकुर अध्यक्ष राष्ट्रीय सामाजिक जनक्रांति पार्टी की राय

अगस्त 28, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.     
एस.एल.ठाकुर राष्ट्रीय अध्यक्ष 

🙏🌹👉 अति आवश्यक सूचना, समय निकालकर अवश्य पढ़ें क्योंकि यह सारी समस्या आपके जीवन से जुड़ी हुई है। इसके निदान का प्रयास हम सभी बड़ी ही मजबूती से करने जा रहे हैं। ध्यान रखें, इस मिशन में जाति और धर्म का कोई स्थान नहीं है। हम सारी चर्चाएं मानवीय मूल्यों के संरक्षण के अंतर्गत आरंभ करेंगे, जैसा कि राजनीतिक पार्टी और संगठन का उद्देश्य है। सम्मानित साथियों, जैसा कि आप सभी जानते हैं। आज देश के अंदर अनियंत्रित महंगाई, भ्रष्टाचार, अत्याचार, अन्याय, शैक्षणिक असमानता, आर्थिक असामान्यता, सामाजिक असमानता राजनीतिक असामान्यता, शासनिक एवं प्रशासनिक स्तर पर अधिकारों का दुरुपयोग, जी एस टी कर कानून, फुटकर के क्षेत्र में एफ डी आई, इंश्योरेंस सेक्टर में एफ डी आई, बैंकिंग सेक्टर में एफ डी आई, रक्षा के क्षेत्र में एफ डी आई, निजीकरण, शिक्षा अधिनियम 2020 यातायात अधिनियम व्हीकल एक्ट अधिनियम 2019 जैसी जटिल समस्याएं शासनिक एवं प्रशासनिक स्तर पर दर्ज फर्जी मुकदमे, क्षेत्रीय समस्या जैसे शुद्ध पेयजल की समस्या, शिवर की समस्या, सफाई की समस्या, स्वास्थ्य की समस्या इन सारी विसंगतियों के कारण समाज पूरी तरह से परेशान है। इससे राहत कैसे मिलेगी यही होगा चर्चा का विषय और समस्या के निदान पर निर्णय। जोकि पूरी शक्ति से आपको राहत देने का कार्य करेगा। सभी राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनो में आजादी के बाद से इसका अभाव रहा है। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों का आचरण आपको कमजोर कर शोषण के अंतर्गत अपने को पुष्पित और फल्लवित करने का प्रयास रहा है जिसका दुष्परिणाम आपके सामने है। आए हम सभी मिलकर एक इंकलाब की तर्ज पर सुरक्षा कवच बनाते हैं जिसको की कोई वेद ना सके चाहे वह कितना भी पड़ा अन्यायी और अत्याचारी क्यों ना हो, इसके लिए आपको सर्वप्रथम संगठन की सदस्यता लेना नितांत आवश्यक होगा। जिससे कि आपका संकल्प का प्रदर्शन हो सके कि आप आमूल चूल परिवर्तन के पक्ष में खड़ा होना चाहते हैं जिससे कि आपको राहत मिले आज पूरा समाज पूरी तरह से प्रभावित है लेकिन कोई भी सामाजिक संगठन राजनीतिक संगठन इस विषय पर गंभीर चिंतन के साथ आगे बढ़ने को तैयार नहीं हैं कारण की राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी, राजनीतिक पार्टी और नागरिक अधिकार मंच सामाजिक संगठन ने यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक माह एक निश्चित बैठक सदस्यों की होगी इसमें इस विषय पर गंभीर चिंतन होगा और नागरिकों की समस्याओं को आमंत्रित करते हुए उस पर शक्त कार्रवाई की पहल की जाएगी। जरूरत पड़ने पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अंतर्गत बात ना बनने पर न्यायिक प्रक्रिया के अंतर्गत भी कार्रवाई की जाएगी। हम सभी का उद्देश्य संविधान और कानून के दायरे में मानवीय मूल्यों का संरक्षण होगा। आप सभी से अनुरोध है कि उक्त बैठक हेतु अपनी सदस्यता, राजनीतिक या सामाजिक संगठन से अवश्य ले जिससे कि उक्त बैठक में आप अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इसका लाभ उठा सके। एस, एल, ठाकुर राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी।🙏