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31/12/2024

भारत में तालिबानी शासन की शुरुआत

दिसंबर 31, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज **हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर प्रभारी प्रधानाचार्य का निलंबन’* ।

 *तालिबानी शासन का आगाज...* 

हिंदू फासीवादियों द्वारा उत्तराखंड को हिंदुत्व की नई प्रयोगशाला बनाने के कुत्सित प्रयास लगातार जारी हैं। ताजा घटना नैनीताल जिले के रामनगर की है जहां एक राजकीय इंटर कालेज के प्रभारी प्रधानाचार्य तिलक जोशी को हिंदूवादी संगठनों के इस आरोप पर निलंबित कर दिया गया कि उन्होंने मुस्लिम छात्रों को जुमे की नमाज हेतु आधे दिन का अवकाश दिया था। जबकि प्रभारी प्रधानाचार्य एवं कालेज के अन्य शिक्षकों ने हिंदूवादी संगठनों के इस आरोप को सिरे से खारिज किया है, उलटे उन्होंने उप जिलाधिकारी को शिकायत देकर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर कालेज में आकर उत्पात मचाने और शिक्षकों के साथ अभद्रता करने पर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

रामनगर का पी एम श्री राजकीय इंटर कालेज मुस्लिम बहुल खताड़ी क्षेत्र में स्थित है और इसमें एक बड़ी संख्या मुस्लिम छात्रों की है। यहां कुछ मुस्लिम छात्र जुमे की नमाज के वक्त स्वतः ही अपनी कक्षा छोड़कर अथवा आधे दिन का अवकाश कर नमाज पढ़ने चले जाते हैं। बस, इसी बात को हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मुद्दा बनाकर कालेज में उत्पात मचाया, शिक्षकों से अभद्रता की और प्रभारी प्रधानाचार्य पर यह झूठा आरोप मढ़ दिया कि उन्होंने 20 दिसम्बर को मुस्लिम छात्रों को जुमे की नमाज हेतु आधे दिन का अवकाश दिया था।

और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की शिकायत को अपने लिये आदेश मानते हुये उच्च अधिकारियों द्वारा प्रभारी प्रधानाचार्य को बिना किसी जांच पड़ताल के तुरंत निलंबित भी कर दिया गया। जबकि प्रभारी प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों की शिकायत पर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर अभी तक भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

अधिकारियों का यह व्यवहार दिखा रहा है कि वे किसके निर्देश पर काम कर रहे हैं? एक समुदाय विशेष के विरुद्ध प्रशासनिक मशीनरी का यह इस्तेमाल पूरे देश की तरह उत्तराखंड में भी खुलकर हो रहा है। हिंदू फासीवादी ताकतें, जिनका असल में हिंदू धर्म से कोई सरोकार नहीं है, इस पहाड़ी राज्य की फिजाओं में जहर घोल रही हैं।

इस पूरे घटनाक्रम पर विभिन्न शिक्षक संगठनों ने तत्काल ही उप जिलाधिकारी कार्यालय पर जुलूस प्रदर्शन कर प्रभारी प्रधानाचार्य के निलंबन और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं का प्रतिरोध कर जिस एकता का प्रदर्शन किया उसे अधिकाधिक व्यापक और मजबूत बनाकर ही हिंदू फासीवादी ताकतों के घृणित मंसूबों को धराशाई किया जा सकता है।

13/12/2024

दिसंबर 13, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.   नेपाल की क्रांतिकारी कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय एकता महाधिवेशन को सीपीआई (एमएल) रेड स्टार की ओर से शुभकामनाएं
सीपीआई एमएल लाल सितारा 



साथियों,

कॉमरेड तुहिन और मेरी ओर से व्यक्तिगत रूप से, और हमारी पार्टी सीपीआई (एम-एल) रेड स्टार की ओर से, हम रिवोल्यूशनरी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (आरसीपीएन) की यूनिटी कांग्रेस की सफलता की कामना करते हैं। इस ऐतिहासिक कांग्रेस में हमें आमंत्रित करने के लिए हम आपके आभारी हैं।

कॉमरेड, आज आपका महाधिवेशन( कांग्रेस) ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया पर फासीवाद और युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी राजनीति का फासीवादी चेहरा डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी खोई ताकत हासिल कर ली है और दूसरी बार सत्ता में वापसी की है. यह घटना साबित करती है कि पूरी दुनिया में फासीवाद के लिए उपजाऊ जमीन है। जब तक साम्राज्यवादी और पूंजीवादी अर्थव्यवस्था का भीषण संकट बना रहेगा और इसका समाधान नहीं ढूंढा जायेगा, तब तक फासीवाद का ख़तरा बना रहेगा। डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने दिखा दिया है कि फासीवाद को सिर्फ सत्ता से हटाकर नहीं रोका जा सकता. यदि फासीवादी राजनीति, अर्थशास्त्र, सामाजिक नीति और दर्शन का कोई वैकल्पिक आख्यान नहीं बनाया जा सकता, यदि फासीवाद की जन्मस्थली पूंजीवाद के संकट का वास्तविक समाधान प्रस्तुत नहीं किया जा सकता, तो फासीवादी ताकत को सिर्फ चुनाव में हराकर फासीवाद-विरोधी जीत हासिल नहीं की जा सकती। पराजित फासीवाद बिना किसी वैकल्पिक सामाजिक-आर्थिक मार्ग और वैकल्पिक राजनीतिक कार्यक्रम के, उदारवादियों से खोई हुई शक्ति को दोगुनी ताकत और जोश के साथ वापस पाने में सक्षम है। आप देखेंगे कि पिछली शताब्दी के चालीसवें दशक में, एक ओर, उदार पूंजीपति वर्ग फासीवाद के विरुद्ध कींसवादी विकल्प प्रस्तुत करने में सक्षम था, जिसके बल पर वह अगले तीन दशक तक "पूंजीवाद के स्वर्ण युग" का निर्माण करने में सक्षम था। दूसरी ओर, कम्युनिस्टों के पास सोवियत विकल्प था। ऐसा विकल्प कि तीस के दशक की महामंदी में विश्व पूंजीवाद को नष्ट करने वाला संकट भी उसे खरोंच नहीं सका। आज पूंजीपति वर्ग के पास कोई विकल्प नहीं है। कम्युनिस्टों के पास एक भी नहीं है. हालाँकि समाजवाद के प्रथम विश्व अभियान को प्रारंभिक सफलता तो मिली, लेकिन वर्तमान में यह पूरे विश्व में संकट का सामना कर रहा है। विकल्पों की यह कमी ही फासीवाद को जीवित रहने और बढ़ने में मदद कर रही है। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए.

साथियों, भारत में भी फासीवादी RSS/भाजपा की शक्ति का स्रोत इन विकल्पों का अभाव ही है। मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में लौट आई है. बावजूद इसके कि यह सरकार भारत के मजदूरों, किसानों, गरीबों और मेहनतकशों का लगातार शोषण और उत्पीड़न कर रही है, लोगों को धर्म के आधार पर बांट रही है, दलितों, आदिवासियों, धार्मिक अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर दोयम दर्जे का नागरिक जीवन थोप रही है। फासिस्ट मोदी सरकार,अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में भी नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश समेत अपने पड़ोसियों पर आक्रामक विस्तारवादी आधिपत्य जमा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कॉरपोरेट उद्योगपति अडानी के बीच सांठगांठ इस हद तक पहुंच गई है कि इन दिनों इसे 'मोदानी' कहा जा रहा है. यह मोदानी न केवल भारत में हर जगह नदियों, जंगलों और जमीनों पर कब्जा कर रहा है, बल्कि दक्षिण एशिया के सभी देशों की सरकारों को अपने पाले में लाकर वहां के बंदरगाहों, हवाई अड्डों और जमीनों/ प्राकृतिक संसाधनों पर भी कब्जा कर रहा है। यह सार्वजनिक जीवन को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। इसके खिलाफ साम्यवादी ताकतों, जनवादी ताकतों और दक्षिण एशिया के सभी देशों की जनता को एकजुट होकर प्रतिरोध करने की जरूरत है। साथियों, चूंकि भारत का शासक वर्ग साम्राज्यवादी पूंजी का जागीरदार और जागरूक भागीदार है, चीन के खिलाफ संघर्ष में अमेरिकी साम्राज्यवाद का रणनीतिक कनिष्ठ भागीदार है, इसलिए दक्षिण एशिया की जनता और अंतरराष्ट्रीय साम्राज्यवादी शक्तियों के बीच संघर्ष का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसीलिए भारतीय विस्तारवाद के विरुद्ध एकजुट संघर्ष समय की पुकार है।। इसके अलावा, इस क्षेत्र में अमेरिका के नेतृत्व वाले गुट और चीन और रूस सहित सभी साम्राज्यवादी शक्तियों के खिलाफ हमें संघर्ष जारी रखना है। इस परिप्रेक्ष्य में, अंतर्राष्ट्रीय वामपंथियों की विफलता की पृष्ठभूमि में, फिलिस्तीन में मार्क्सवादी-लेनिनवादी ताकतों द्वारा ज़ायोनी आतंकी इज़राइल के खिलाफ हमास सहित अन्य सभी प्रतिरोध ताकतों के साथ शुरू किया गया एकजुट प्रतिरोध संघर्ष हमारे सामने एक उल्लेखनीय मॉडल है। 

साथियों, आप एक नया नेपाल, एक स्वतंत्र, संप्रभु, लोकतांत्रिक और समृद्ध नेपाल बनाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। हम, भारत के क्रांतिकारी कम्युनिस्ट और भारत के लोकतांत्रिक लोग, आपके पक्ष में हैं। इस संघर्ष में आपकी जीत निश्चित है.

साथियों, नेपाल एक महान देश है। यह देश महान गौतम बुद्ध का जन्मस्थान है। आज, ब्राह्मणवादियों ने गौतम बुद्ध को विकृत कर दिया है और बुद्ध द्वारा शुरू किए गए सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन को एक धार्मिक आंदोलन में बदल दिया है, जिससे बुद्ध की क्रांतिकारी भावना खत्म हो गई है। लेकिन गौतम बुद्ध केवल शांति, करुणा और मैत्री के ही दूत नहीं थे, वे हर दृष्टि से क्रांति के दूत थे। उन्होंने सबसे पहले जाति व्यवस्था का विरोध कर समानता का उपदेश देकर समतामूलक समाज बनाने का संदेश दिया। हमारा दृढ़ विश्वास है कि नेपाल की जनता महान है और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी सफल होगी।

हम आपकी एकता महाधिवेशन की सफलता की तहेदिल से कामना करते हैं।

साम्राज्यवाद, जियोनवाद(यहूदीवाद), फासीवाद, हिंदुत्व फासीवाद को उखाड़ फेंके ।

दुनिया के सर्वहारा और उत्पीड़ित जनता एक हो जाओ!

क्रांतिकारी अभिवादन के साथ,

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) रेड स्टार

केंद्रीय समिति

25/11/2024

राम अवध विवाह के बारे में सोच रहे हैं

नवंबर 25, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         मैरिज लॉन में बिबाह 
राम अवध किसान नेता


ब्याह शादी में बहुत बड़ा चेंज हुआ है। नई नई रस्में बढ़ती जा रहे हैं। 
एक नया फैशन चल पड़ा है जड़ों के दिनों में शादियों का किसी शहर या बाजार में मैरिज लॉन में विवाह करने का। 
कृषि प्रधान गांव रहे हैं। जाड़े के दिनों में खेती-बाड़ी के काम घनी भूत हुआ करते हैं। खेती से ही जीविका है आमदनी है लोगों की। 
इसलिए गांव के लोग गर्मियों के दिन में विवाह करते थे। 
जाड़े के दिन में नहीं करते थे। 
शहर बाजार के व्यापारी सर्दियों के मौसम में विवाह करते थे इसलिए कि उनका धंधा पानी मंदा चलता था खाली रहते थे तो सोचते थे कि शादी वाला काम निपटाने का फुर्सत का वक्त है। वह लोग सही सोच रहे थे। 
अब उनकी नकल बिना अकल का प्रयोग किये गांव के लोग कर रहे हैं। 
कोई तर्क देता है की राम जी का विवाह अगहन में हुआ था। इस पर विचार करना चाहिए कि वह कौन सा जमाना था। क्या राम की खेती बाड़ी करते थे किसान थे। वह तो राजकुमार थे किस नहीं थे। उनकी नकल करना इस विषय पर बेवकूफी के सिवा कुछ भी नहीं है। 
एक पाश्चात्य विचारधारा भी देश के अंदर गहरी पैठ बना चुकी है। शोर शराबा डीजे अश्लील गीत नग्न देह प्रदर्शन। औरतों को तो लगता है कि कपड़ों की महंगाई ने ही नंगा किया है सर्दी की परवाह नहीं है लेकिन पोशाक शरीर को ढकने वाली नहीं है अगर शरीर ढक लिया तो पिछड़ी औरत दिखेगी इसलिए नंगा होना जरूरी है। सर्दी से मर जाना कबूल है लेकिन कपड़ा वह नहीं चाहिए जो शरीर को ढक ले। 
व्यापारियों की नकल में कुछ नौकरी पैसा वाले लोग मैरिज लान में शादी करना शुरू किये। फिर देखा देखी खेती करने वाले लोग भी जाड़े के दिनों में विवाह करना शुरू किये। फिर देखा देखी बढ़ने लगी। 
अभी भी देखने में ऐसा आया है की खास तौर से कायस्थ भूमिहार और क्षत्रिय ब्राह्मण की शादियां मैरिज लान में अधिकतर हो रही है। इनके अलावा दूसरे लोग भी लान में जा रहे हैं लेकिन कमतर।
जाड़े की रात में मोटरसाइकिल से निमंत्रण पर शहर जाना कितना कष्टकारी है कितना खर्चीला है इस पर विचार अवश्य करना चाहिए या फिर जिन्हें लान में करना है उन्हें यह करना चाहिए कि गांव के लोगों को निमंत्रण ही ना दें। 
दिन भर आदमी खेत खलिहान और सिवान में दौड़ा फिर रात में मोटरसाइकिल से ठिठुरते हुए निमंत्रण पर जाये कितना उल्टा लगता है। 
आज भी आप देखिए तो गांव का मजदूर वर्ग या गरीब किसान वर्ग इस तरह का उत्पात वाला काम नहीं करता चाहे ज्यादा में चाहे थोड़ा में ही वह अपने गांव में विवाह करता है। 
यही असली भारत है। यही असली किसान है। जो शहर में जा रहा है वह किसान हो सकता है लेकिन दिमाग से शहरी या व्यापारी या विदेशी सभ्यता को गले लग रहा होता है। 

गांव में शादी नहीं करने के पीछे भी लोग बहुत तर्क देते हैं लेकिन उनके सभी तर्क निराधार होते हैं। 
क्षेत्र और जवार के लोग आपको आपके गांव से आपके परिवार से आपके समाज से जुड़े हुए हैं कई पीढियां से जुड़े हुए हैं किसी मैरिज लान से नहीं जुड़े हैं किसी शहर से नहीं जुड़े हैं किसी बड़े के चमकदार लकदक डेकोरेशन से शहर से नहीं जुड़े हैं। आपकी मिट्टी से आपके घर से आपके बाप दादे से लोग जुड़े हैं किसी शहर से किसी लान से नहीं। 
बंद कीजिए ऐसा उत्पात 
व्यापारियों की नकल में अपने मूल से मत कटिये।
यह विचार गांव को खेती को जवार के परस्पर को संबंध को मिटाने वाला है आत्मघाती है। 
किसी को बुरा लगे तो मैं क्षमा चाहता हूं यह मेरा विचार है आपके विचार भिन्न हो सकते हैं इस पर मुझे कोई शिकवा शिकायत नहीं है। लेकिन मेरे मन में जो खौल रहा था सोचा कि आपसे शेयर करुं।
राम अवध सिंह 
63 065 48 397 
गांव खिलची शहाबगंज चंदौली 
🙏🙏

15/11/2024

कामरेड लाभ सिंह पंजाब कॉमेटी (सीपीआई) एमएल

नवंबर 15, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज           प्रेस वक्तव्य 

*22* - *24* *नवंबर* *को* *बरनाला* *पंजाब* *में* *आयोजित* *भाकपा* ( *माले* ) *रेड* *स्टार* *के* *अखिल* *भारतीय* *प्लेनम* *को तहेदिल से* *सफल बनाएं * ** 

 *साम्राज्यवाद* , *संघी* *मनुवादी* *फासीवादी* *कॉरपोरेट* *राज* *के* *खिलाफ* *संघर्ष* *को* *तेज* *करें* !

बरनाला पंजाब, 14 नवंबर 2024 । भाकपा (माले) रेड स्टार का अखिल भारतीय प्लेनम ( विशेष सम्मेलन) आगामी 22 से 24 नवंबर को तर्कशील भवन( अमर शहीद बेअंत सिंह मुम हॉल), तर्कशील चौक( इंकलाबी जन गायक संत राम उदासी नगर) बरनाला में आयोजित हो रही है ।
इस अखिल भारतीय प्लेनम में भारत के 15 राज्यों से चुनिंदा 120 कम्युनिस्ट क्रांतिकारी शिरकत करेंगे।22 नवंबर को अखिल भारतीय विशेष सम्मेलन की शुरुआत दिन के 11 बजे रैली और आमसभा से होगी। अखिल भारतीय प्लेनम के एक दिन पहले 21 नवंबर को दिन के 1 बजे " जाति उन्मूलन आंदोलन और डॉक्टर अम्बेडकर के प्रति कम्युनिस्ट नजरिया" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया है।


उपरोक्त जानकारी देते हुए पार्टी के राज्य सचिव कॉमरेड लाभ सिंह ने कहा कि भाकपा (माले ) रेड स्टार का शिद्दत से मानना है कि मौजूदा हालात में भारत में अमीरी और गरीबी के बीच असमानता और भी गहरा गई है। क्योंकि अति-अमीर धन कुबेर अरबपतियों की संख्या और उनके पास मौजूद राष्ट्रीय संपत्ति का हिस्सा 1947 की तुलना में भयावह अनुपात तक पहुंच गया है। आज भारत 'वैश्विक गरीबी का गढ़' बन चुका है।भारत, बेरोजगारी की बंजर भूमि और दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में से एक बन गया है। इस देश में मेहनतकश और गरीब आम जनता का अतिशोषण और प्रकृति की अबाधित कॉर्पोरेट लूट की कोई सीमा नहीं है। भारत के श्रम कानून, कराधान, औद्योगिक और कृषि नीतियों और पर्यावरण नियमों को इस तरह से तैयार किया गया है ताकि साम्राज्यवादी और भारतीय प्रतिक्रियावादी कॉर्पोरेट पूंजी, दोनों को बेशुमार सुविधा मिल सके।भारत का कॉरपोरेट भगवा मनुवादी/ ब्राम्हणवादी फासीवादी राज तो साम्राज्यवाद का कनिष्ठ भागीदार( जूनियर पार्टनर) है।आज की तारीख में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुराने फासिस्ट संगठन आरएसएस जिसका राजनैतिक उपकरण भाजपा है,की बुलडोजर नीतियों के तले 80 फीसदी आम जनता जिनमें गरीब मेहनतकश जिनमें अधिकांश असंगठित मजदूर हैं,,किसान वर्ग,दलित/ उत्पीड़ित,आदिवासी , महिला,युवा एवम विद्यार्थी समुदाय और अल्पसंख्यक विशेषकर मुसलमान कराह रहे हैं,बर्बाद हो चुके हैं।मोदी सरकार की विनाशकारी आर्थिक नीतियों से तबाह होने वाली आम जनता का ध्यान उनके जवलंत मुद्दों से हटाने के लिए फासिस्ट संघ परिवार पूरे देश में दलितों, पिछड़ों,आदिवासियों,महिलाओं और अल्पसंख्यक विशेषकर मुसलमान जनता के खिलाफ नफ़रत और विभाजन का जहर फैला रही है ।
रेड स्टार सीपीआई एमएल पंजाब 


इस ठोस वास्तविकता को उचित परिप्रेक्ष्य में ध्यान में रखते हुए, सीपीआई (एमएल) रेड स्टार की केंद्रीय समिति ने 22 से 24 नवंबर 2024 तक पंजाब के बरनाला में पार्टी के अखिल भारतीय प्लेनम को आयोजित करने का निर्णय किया है।पार्टी ,इस प्लेनम के जरिए साम्राज्यवाद विरोधी लड़ाई को आगे बढ़ाने, संघी मनुवादी कॉरपोरेट फासीवाद को उखाड़ फेंकने और देश की सच्ची आजादी की लड़ाई को तेज करने के लिए फैसले लेगी। बरनाला के अखिल भारतीय प्लेनम में पारित नीतियों की रोशनी में पार्टी, मेहनतकश वर्ग और सभी उत्पीड़ितों( दलितों, पिछड़ों ,आदिवासियों,महिलाओं समेत अल्पसंख्यकों ) के हितों को सबसे आगे रखते हुए समान विचारधारा वाले इंकलाबी संगठनों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर जनता की जनवादी क्रांति को सफल बनाने का प्रयास करेगी और आगे समाजवाद की स्थापना की लड़ाई को तेज करेगी। पार्टी इस संबंध में पंजाब के महान क्रांतिकारी विरासत को ध्यान में रखते हुए राज्य के तमाम प्रगतिशील-जनवादी ताकतों और नेक इरादे वाले लोगों से भाकपा (माले) रेड स्टार के अखिल भारतीय प्लेनम को सफल बनाने के लिए तहेदिल से सहयोग करने और एकजुटता की अपील करती है।
कार्यक्रम- भाकपा (माले) रेड स्टार का अखिल भारतीय प्लेनम 
दिनांक- 22-24 नवंबर 2024
स्थान- तर्कशील भवन,तर्कशील चौक,बरनाला, पंजाब 

"आरएसएस मनुवादी कॉरपोरेट फासीवाद को उखाड़ फेंके"
" भगवा संघ परिवार, जिओनवादी आतंकवादी इजरायल और साम्राज्यवादी गठबंधन मुर्दाबाद"
"जाति उन्मूलन आंदोलन और लैंगिक समानता का आंदोलन,वर्ग संघर्ष का अटूट हिस्सा है" 
"सही क्रांतिकारी जन दिशा के आधार पर जनता के जनवाद और समाजवाद की ओर कूच करो" इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं

कॉमरेड लाभ सिंह
पंजाब राज्य कमिटी सचिव 
एवम
प्लेनम स्वागत समिति संयोजक
सीपीआई (एमएल) रेड स्टार

28/10/2024

कॉमरेड अन्जू ने आरोप लगाया है कि बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं सुरक्षित नहीं है

अक्टूबर 28, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज
बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं  बिल्कुल सुरक्षित नहीं है -  कॉमरेड अंजू


चित्रकूट नर्स गैंगरेप की घटना की अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन ने घोर निन्दा की

लखनऊ । अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन की केन्द्रीय समिति सदस्य एवं उत्तर प्रदेश राज्य संयोजक  कॉमरेड अन्जू ने आरोप लगाया है कि बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि बुलंदशहर में 23अक्टूबर को राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम में 13 साल की दो बच्चियों के साथ रेप का मामला सामने आया है। दोनों पीड़ित बच्चियों की मेडिकल जांच 24अक्टूबर को बुलंदशहर के सरकारी अस्पताल हुई। मेडिकल जांच एवं रिपोर्ट के अनुसार एक पीड़ित बच्ची 6 महीने की प्रेगनेंट हैं। स्थानीय भाजपा विधायक और नेताओं के दबाव में पुलिस एफआईआर दर्ज करने में हिलाहवाला करती रही,12 घंटे विलम्ब से पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। आरोपी सेवादार मोहनलाल राजपूत भाजपा विधायक के दामाद का काफी करीबी व्यक्ति हैं। कानूनन गर्भवती बच्ची का गर्भपात भी सम्भव नहीं।मनुवादी/ ब्राम्हणवादी हिंदुत्व के झंडाबरदार बलात्कारियों ने बच्ची की जिन्दगी को नरक बना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मठों, मन्दिरो में साधु संतों के रूप में  कई भगवा मनुवादी अपराधी, बलात्कारी बैठे हुए हैं।उन्होंने चित्रकूट नर्स गैंगरेप की घटना को अमानवीय कृत्य करार देते हुए घोर निन्दा की और दोषियों को फौरन गिरफ्तार करने और कठोर सजा देने की मांग की। उन्होंने  कहा की  राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़े बताते हैं कि महिला अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश शर्मनाक ढंग से अव्वल नंबर पर है। उत्तर प्रदेश की लगभग प्रत्येक जिले में महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं ।और इन घटनाओं में पीड़ित महिलाओं और उनके परिवारों को न्याय नहीं मिल रहा है। आमतौर  पर पुलिस थानों  में महिला हिंसा  की घटनाओं में  एफआईआर  तक दर्ज न की जा रही  है बल्कि कई घटनाओं में तो पुलिस का रवैया पीड़िता( अगर वह गरीब मेहनतकश हो,दलित/ उत्पीड़ित या अल्पसंख्यक समुदाय की हो तो उसकी खैर नहीं ) के प्रति  असंवेदनशील रहता है। मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण की कितनी ही बातें कर लें लेकिन महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं यह बता रही हैं की यूपी में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। 
भारत के संविधान की शपथ लेकर मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ यूपी में बुल्डोजर से न्याय( या अन्याय ) करने के लिए जाने जाते हैं , ठोक दो की राजनीति में विश्वास करते  हैं, लेकिन आज तक मुख्यमंत्री यौन उत्पीड़न के आरोपी यूपी से सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लिए कोई बयान तक नहीं दे सके। उन्होंने कहा की भाजपा के आईं टी सेल से जुड़े आईआईटी बीएचयू के बलात्कारियों को जब हाल में रिहा किया गया उनका स्वागत भी संघीयों ने  किया।  तब भी मुख्यमंत्री की खामोशी यह दर्शाती हैदर्ज़ा की  सांसद, मंत्री और रसूखदार लोग अगर यौन शोषण, बलात्कार के आरोपी होंगे  तो उन्हें योगी सरकार का  संरक्षण मिलेगा और बुल्डोजर एवं ठोक  दो  की राजनीति आम  जनता के लिए के लिए ही  होगी।
कॉमरेड अंजू ने कहा की महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए सरकार को चाहिए की गांव से लेकर शहरों तक में  कार्यस्थल पर यौन हिंसा के खिलाफ शिकायत कमेटी का गठन करे ताकि महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने ने कहा कि योगी राज में महिलाएं अपने ऊपर हर प्रकार की हिंसा झेल रही हैं। सरकार  के स्मार्ट परियोजनाओं के कारण गरीब महिलाओं और उनके परिवारों को शोषण और दमन झेलना पड़ रहा है; यहां तक की पीने के साफ पानी के लिए भी महिलाओं को  आज भी कई किलोमीटर दूर  पैदल चलना पड़ता है। बढ़ती महंगाई से गरीब महिलाएं प्राइवेट लोन लेने के लिए मजबूर कर दी जा रही हैं और  कर्ज न चुकाने पर  उनका परिवार आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा है। महिलाओं के लिए स्थाई रोजगार देने के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं हैं जिससे  कि वह अपनी जिंदगी को सम्मानजनक तरीके से जी सके।
उन्होंने  सवाल उठाया कि जन जन तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने वाली आशा बहनों  से दिन रात मेहनत तो सरकार  करवा रही है लेकिन योगी सरकार उन्हें  राज्य कर्मचारी का दर्जा देने से क्यों पीछे हट रही हैं?
उन्होंने कहा की  की योगी सरकार की  उत्तर प्रदेश में नफ़रत और बुल्डोजर की राजनीति ने आग लगा दी है। बहराइच में एक युवक की हत्या और भीड़ द्वारा  अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ आगजनी और निर्दोष महिलाओं और बच्चों का पलायन, इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा  बुल्डोजर से कभी न्याय नहीं हो सकता है इसलिए  भारतीय संविधान को सही इच्छाशक्ति से  अमल में लाने की और उसके सही क्रियान्वयन से हाशिए पर रहने वालों और पीड़ितों को न्याय दिलाने की जरूरत है।

                    कॉमरेड अन्जू
संयोजक अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन उत्तर प्रदेश
दिनांक 26/10/2024

24/10/2024

दुनिया भर में राम सेतु का सच

अक्टूबर 24, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         
राजनीतिक कार्यकर्ता श्री आर.डी.सिंह

रामसेतू 18 लाख वर्ष पूर्व "tectonic plates" के घर्शन
द्वारा उत्पन्न हुआ, जो समुद्र तल तक गड़ा हुआ है |
जबकि मानव जाति के जन्मे हुए अभी 1लाख वर्ष भी
नही हुए, करोङो वर्षो पूर्व के डायनासौर्स (Dianasaurs) के अवशेष भी मिलगये मगर वानर सेना
का कोई अता पता नही | इस प्रकार के सेतू जापान-
कोरिया के बीच मे भी है, और इससे कई गुना बड़ा सेतु
तुर्की द्वीप मे भी है |
राम सेतु (Adams bridge) इसे अधिक पुराना होने के कारन आदम पुल भी कहाँ जाता है । राम सेतु (Adams
bridge) पर नासा ने रिसर्च कर बताया कि यह पुल
प्रकृति निर्मित है, मानव निर्मित नही । यह समुद्र में
पाये जाने वाले मूँगा (CORAL) में पाये जाने वाले
केल्शियम कार्बोनेट के छोड़े जाने से निर्मित
श्रंखला है । जिसकी लंबाई 30Km. है । नासा ने इसके सैम्पल लेकर रेडियो कार्बन परिक्षण से बताया कि
यहसेतु 17.5 लाख वर्ष पुराना है । मूंगा (Coral) समुद्र के
कम गहरे पानी में जमा होकर श्रंखला बनाते है । विश्व
में मूँगा से निर्मित ऐसी 10 श्रृंखलाएँ है इनमे से सबसे
बड़ी ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर है । इसकी लंबाई
रामसेतु से भी कई गुणा अधिक 2500 Km है । विश्व की इन सभी दश मूँगा श्रंखलाओ को सेटेलाईट के
द्वारा देखा जा चूका है । नासा के रिसर्च अनुसार
रामसेतु जब 17.5 लाख वर्ष पुराना है, तो इसे राम
निर्मित कैसे कहाँ जा सकता है । जबकि मानव ने
खेती करना/कपडे पहनना 8000 हजार वर्ष ईसा पूर्व
सीखा है । मानव ने लोहा (Iron) की खोज 1500 ईसा पूर्व की है । मानव ने लिखना 1300 ईसा पूर्व
सीखा है । फिर #राम नाम लिखकर दुनियाँ के
पहले पशु सीविल इंजनियर भालू नल-निल ने इसे कैसे
बना डाला?

21/10/2024

एक नजर में बिहार की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर महापुरुषों की दुनिया में है

अक्टूबर 21, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *🔹True Facts about BIHAR🔹*
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*BIHAR* एक इकलौता राज्य जिसके
नाम से हमारे देश का
नाम बनता है .....
B- भारत , bharat 
I - इंडिया , india
H - हिन्दुतान , hindutan
A -आर्यावर्त , aryabrat
R - रिवा , riva , ये इंडिया का बहुत पुराना नाम है

Bihar ka capital ke naam se India ki sabhi misail ka naam hai.
P - Prithvi
A - Agni
T - Trisul
N - Naag
A - Aakash

जो बिहारी बाबू है !
वह इस मैसेज को फैला
दिजिए

कम से कम अपमान करने
वाले को पता चल जाए की
हम किसका अपमान कर रहे है
हम बिहार को झुकने नही देंगे चाहे कोई कितना भी
प्रयास कर ले

जय बिहार जय बिहार

*बिहार* - जिसने देश को पहला राष्ट्रपति दिया !

*बिहार* - जहाँ सबसे पहले महाजनपद बना अर्थात विश्व का पहला लोकतंत्र !

*बिहार* - जहाँ भगवान राम की पत्नी सीता का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ महाभारत के दानवीर कर्ण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भगवान् महावीर का जन्म हुआ, बुद्ध और महावीर को ज्ञान मिला !

*बिहार* - जहाँ सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के राजा चन्द्रगुप्त मौर्य से लड़ने की हिम्मत सिकंदर को भी नही हुई !

*बिहार*- जहाँ का लिट्टी चोखा पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय लिट्टी चोखा के नाम से प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ के राजा महान अशोक ने अरब तक हिंदुस्तान का पताका फहराया और उसका स्तम्भ आज देश का राष्ट्रीय चिन्ह है !

*बिहार* - जो गांधी जी का पहला प्रेरणादायक स्रोत बना जिसने आज़ादी की आधारशिला रखी (चंपारण) !

*बिहार* - जहाँ राजा जरासंध, पाणिनि (जिसने संस्कृत व्याकरण लिखा), आर्यभट्ट जिन्होंने शून्य, दशमलव और सूर्य सिद्धांत दिया, चाणक्य (महान अर्थशास्त्री), रहीम, कबीर का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के नंदवंश से लड़ने की हिम्मत सिकंदर की भी नही हुई और बिना लड़े विश्वविजेता डर कर भाग गया !

*बिहार* - जहाँ के 80 साल के बूढ़े ने 1857 के क्रांति में दो बार अंग्रेजों को हराया, अंग्रेजो के दांत खट्टे कर दिए (बाबु वीर कुंवर सिंह) !

*बिहार* - जहाँ के गोनू झा के किस्से पुरे हिंदुस्तान में प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ सम्पूर्ण क्रांति के जनक महान जय प्रकाश नारायण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ जन नायक कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भिखारी ठाकुर (विदेशिया) का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ शारदा सिन्हा जैसी महान भोजपुरी गायिका का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ स्वामी सहजानंद सरस्वती, राम शरण शर्मा, राज कमल झा, विद्यापति, रामधारी सिंह दिनकर, रामवृक्ष बेनीपुरी, फणीश्वर नाथ रेणु , देवकी नंदन खत्री, इन्द्रदीप सिन्हा, राम करण शर्मा, महामहोपाध्याय पंडित राम अवतार शर्मा, नलिन विलोचन शर्मा, गंगानाथ झा, ताबिश खैर, कलानाथ मिश्र, आचार्य रामलोचन सरन, गोपाल सिंह नेपाली, बिनोद बिहारी वर्मा, आचार्य रामेश्वर झा, राघव शरण शर्मा, नागार्जुन आचार्य जानकी बल्लभ शाश्त्री जैसे महान लेखको का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ बिस्स्मिल्लाह खान का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ दशरथ मांझी जैसा Mountain Man का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ एक साधारण शिक्षक SUPER 30 जैसा निःशुल्क कोचिंग बिना किसी सहायता के चलाकर गरीब बच्चों को IIT में दाखिला दिलाता है !

*बिहार* - जहाँ आज भी दिलो में प्रेम बसता है !

*बिहार* - जहाँ  भी बच्चे अपने माँ - बाप के पैर दबाये बिना नही सोते !

*बिहार* - जहाँ से सबसे ज्यादा बच्चे देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC और IIT पास करते है !

*बिहार* - जहाँ के गाँव में आज भी दादा-दादी अपने बच्चो को कहानियां सुनाते है !

*बिहार* - जहाँ आज भी भूखे रह के अतिथि को खिलाया जाता है !

*बिहार* – जहाँ आज भी सबसे ज्यादा संयुक्त परिवार है !

*बिहार* - जहाँ के बच्चे कोई सुविधा न होते हुए भी देश में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी पाते है !

इसी *बिहार* के रहने वाले हैं ! तो क्यूँ न करे खुद के *बिहारी* होने पर गर्व !

 *बिहार* !!👍🏻👍🏻