पार्टी के जितने समर्थक हैं उनके लिए सरकार की नवकरी, सुविधाएं सब मुहया होती थी वहाँ पर स्कूल, कालेज और कालेज के अंदर शात्रों का जो आंदोलन था वो इसी आरच्छण के खिलाब था कि सेख हसीना डिक्टेटर सीप चलाना छोड़ दे और अपने पार्टी के लिए जो उन्होंने आरच्छण बनाया है उस आरच्छण को खतम कर दिया जाए और ये जो आंदोलन है धीरे धीरे धीरे धीरे एक महिना तक बढ़ते बढ़ते ऐसे इस्तिति में पहुचे कि आज जनता ने विद्रो कर दिया वहाँ की प्रधानमंत्री सेख हसीना देश छोड़ कर फरार हो गई जनता ने उनके आवास को कभ्या कर लिया अब अगली अंतरिम सरकार बनाने की बात चीज चल लई है देखिये आगे क्या होता है समभव है कि ये बंगला देश में एक समावेसी सरकार बने और बंगला देश की जो घटना है या भारत के लिए बहुत माने रखता है क्योंकि भारत में भी एक ऐसी सरकार है जो दो कारेकाल पूरा करने के बाद तीसरे कारेकाल में प्रवेश कर चुकी है जहाँ पर जनता की नहीं सुनी जाती संभाव है कि किसी भी देश की सरकार हो जब जनता की नहीं सुनेगी तो जनता मजबूर होकर एक दिन रोट पर उतरेगी और उस सत्ता को उखाड फेकेगी धन्यवाद
पार्टी के जितने समर्थक हैं उनके लिए सरकार की नवकरी, सुविधाएं सब मुहया होती थी वहाँ पर स्कूल, कालेज और कालेज के अंदर शात्रों का जो आंदोलन था वो इसी आरच्छण के खिलाब था कि सेख हसीना डिक्टेटर सीप चलाना छोड़ दे और अपने पार्टी के लिए जो उन्होंने आरच्छण बनाया है उस आरच्छण को खतम कर दिया जाए और ये जो आंदोलन है धीरे धीरे धीरे धीरे एक महिना तक बढ़ते बढ़ते ऐसे इस्तिति में पहुचे कि आज जनता ने विद्रो कर दिया वहाँ की प्रधानमंत्री सेख हसीना देश छोड़ कर फरार हो गई जनता ने उनके आवास को कभ्या कर लिया अब अगली अंतरिम सरकार बनाने की बात चीज चल लई है देखिये आगे क्या होता है समभव है कि ये बंगला देश में एक समावेसी सरकार बने और बंगला देश की जो घटना है या भारत के लिए बहुत माने रखता है क्योंकि भारत में भी एक ऐसी सरकार है जो दो कारेकाल पूरा करने के बाद तीसरे कारेकाल में प्रवेश कर चुकी है जहाँ पर जनता की नहीं सुनी जाती संभाव है कि किसी भी देश की सरकार हो जब जनता की नहीं सुनेगी तो जनता मजबूर होकर एक दिन रोट पर उतरेगी और उस सत्ता को उखाड फेकेगी धन्यवाद
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