सड़क समाचार पत्रिका (जनता की आवाज) 🌎

सड़क समाचार पत्रिका(जनता की आवाज़) एक हिंदी समाचार वेबसाइट और मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो भारतीय राजनीति, सरकारी नीतियों, सामाजिक मुद्दों और समसामयिक मामलों से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है। मंच का उद्देश्य आम लोगों की आवाज़ को बढ़ाना और उनकी चिंताओं और विचारों पर ध्यान आकर्षित करना है।

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02/11/2024

राजनीतिक विषयों पर हरिश्चंद्र केवट की रिपोर्ट

नवंबर 02, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज           माननीय *क्या सिर्फ पूंजीपति, व्यापारी चुनाव लड़ेंगे और मुनाफा कमायेंगे*


                        आज देश को आजादी मिले 78 वर्ष बीत चुके हैं,इस बीच देश में कई सरकारें आईं और गईं, तथा चल रही है। सन् 1947 में जब देश को आजादी मिली थी, उस समय आजादी के नायकों का एक ही सपना था कि उन्हें स्वराज्य मिलेगा अर्थात अपना राज।अपने राज का मतलब था जो जहां है जो काम कर रहा है अपने मूल्यों मान्यताओं के साथ सम्मानजनक तरीके से जीवन जीयेंगे लेकिन हुआ क्या?आज का दौर भयंकर पूंजीवादी व्यवस्था से घिरा है,हर सरकार और सरकारी कर्मचारी बस पूंजीपतियों के लिए काम कर रहा है।आज सरकार और सरकारी कर्मचारी यह भुल चुके हैं कि यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है, सत्ता में पहुंचकर हर कोई अपने नियम कानून बनाकर काम कर रहा है, सरकारी कार्यालयों में जनता के साथ जो दुर्व्यवहार किया जाता है वह कल्पना से परे है।जिस अपमान और उपेक्षा का शिकार आम नागरिक करता है उससे कहीं भी नहीं लगता कि इस आजाद देश में उसके लिए कोई नागरिक अधिकार हैं।तमाम पीड़ा,उपेक्षा, ज़ुल्म,सितम सहकर भी लोग अपने पसीने से इस देश को सींचते जा रहें हैं और जनता की मेहनत की कमाई को लुटकर हर रोज सैकड़ों लोग करोड़पति बन रहें हैं, लखपति बन रहें हैं,भवन ,भूमि, आलीशान और विलासितापूर्ण जीवन जी रहें हैं।देश में असमानता का आलम करीब से देखना है तो हमारी शिक्षा व्यवस्था को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि व्यवस्था द्वारा कितना भयंकर षड्यंत्र रचा जा चुका है। लोगों को अनपढ़ रखो जिससे लोग सवाल न करें, ग़रीबी और बदहाली में जीने को विवश हो और उनको आसानी से बरगलाया जा सकें,उनको सस्ता मजदूर बनाया जा सके,उनके श्रम को लूटा जा सकें। व्यवस्था चाहतीं हैं कि लोगों के साथ में कलम कापी और किताब आएं बल्कि वर्तमान व्यवस्था चाहतीं हैं जनता को धन्ना सेठों की फैक्ट्रियों में पसीना बहा बहाकर, उनके लिए अय्याशी के सामान बनाते रहे।ऐसा नहीं कि यह खेल नया हैं बल्कि आजादी के पहले से ही अनवरत जारी है।सारी सरकारें पूंजिपतियों के पलड़े में झूलतीं रहीं, जनता के पलड़े में तो बस आते रहें लोक-लुभावने वादें और कभी न पुरे होने वाले सपने।
ऐसा नहीं की देश की जनता ने प्रतिरोध नहीं किया,हर वक्त इस देश में व्यवस्था की तानाशाही के खिलाफ आवाजें उठती रही है लेकिन इन उठने वाली आवाजों को दबाने के लिए जगह-जगह सत्ता पक्ष और पूंजीपतियों के दलाल लगे हुए हैं। जनता के बीच बनावटी चेहरा लेकर घूम रहें पूंजीपतियों के दलालों के कारण आज गैरबराबरी की खाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, हालांकि इस गैरबराबरी के लिए और भी कारक जिम्मेदार हैं।

*जनता क्या करें?*

इस वर्तमान परिस्थिति से निकलने और अपने लिए सम्मानजनक जीवन जीने के लिए जनता को आगे आना होगा। जनता को अपना नेता चुनना ही होगा,वह नेता जो आम जनता के मुद्दे पर लड़ता हो,जो सामान्य लोगों की भांति जीवन जीता हों,जो दुसरो को अपना समर्थन नहीं बल्कि साथी मानता हों।

जननेताओं को निकल पड़ना होगा अपने परिवर्तन के विचारों के साथ,वे विचार जो वर्तमान व्यवस्था को बदलने में कारगर साबित हो और जो अभी के परिस्थितियों में गढ़े गए हों।किसी प्रचलित विचारों की पृष्ठभूमि पर नये विचार की बुनियाद बनाने से पहले बहुत बारीकी से चिंतन करना होगा।आज ज्यादातर नेतृत्वकर्ता पुराने विचारों के भंवर में फंसे हुए हैं, उन्हें उससे निकलकर एक तेज धार नदी सी बहते विचारों को आत्मसात करना होगा और दूसरे जननेताओं और जनता को साथ सम्मिलित करना होगा।

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जारी रहेगा।

हरिश्चंद्र केवट 
राजनीतिज्ञ 
9555744251

28/10/2024

कॉमरेड अन्जू ने आरोप लगाया है कि बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं सुरक्षित नहीं है

अक्तूबर 28, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज
बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं  बिल्कुल सुरक्षित नहीं है -  कॉमरेड अंजू


चित्रकूट नर्स गैंगरेप की घटना की अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन ने घोर निन्दा की

लखनऊ । अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन की केन्द्रीय समिति सदस्य एवं उत्तर प्रदेश राज्य संयोजक  कॉमरेड अन्जू ने आरोप लगाया है कि बुलंदशहर कांड साबित करता है कि भगवा फासीवादी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में भगवा बलात्कारियों से महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि बुलंदशहर में 23अक्टूबर को राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम में 13 साल की दो बच्चियों के साथ रेप का मामला सामने आया है। दोनों पीड़ित बच्चियों की मेडिकल जांच 24अक्टूबर को बुलंदशहर के सरकारी अस्पताल हुई। मेडिकल जांच एवं रिपोर्ट के अनुसार एक पीड़ित बच्ची 6 महीने की प्रेगनेंट हैं। स्थानीय भाजपा विधायक और नेताओं के दबाव में पुलिस एफआईआर दर्ज करने में हिलाहवाला करती रही,12 घंटे विलम्ब से पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। आरोपी सेवादार मोहनलाल राजपूत भाजपा विधायक के दामाद का काफी करीबी व्यक्ति हैं। कानूनन गर्भवती बच्ची का गर्भपात भी सम्भव नहीं।मनुवादी/ ब्राम्हणवादी हिंदुत्व के झंडाबरदार बलात्कारियों ने बच्ची की जिन्दगी को नरक बना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मठों, मन्दिरो में साधु संतों के रूप में  कई भगवा मनुवादी अपराधी, बलात्कारी बैठे हुए हैं।उन्होंने चित्रकूट नर्स गैंगरेप की घटना को अमानवीय कृत्य करार देते हुए घोर निन्दा की और दोषियों को फौरन गिरफ्तार करने और कठोर सजा देने की मांग की। उन्होंने  कहा की  राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़े बताते हैं कि महिला अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश शर्मनाक ढंग से अव्वल नंबर पर है। उत्तर प्रदेश की लगभग प्रत्येक जिले में महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्या, अपहरण की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं ।और इन घटनाओं में पीड़ित महिलाओं और उनके परिवारों को न्याय नहीं मिल रहा है। आमतौर  पर पुलिस थानों  में महिला हिंसा  की घटनाओं में  एफआईआर  तक दर्ज न की जा रही  है बल्कि कई घटनाओं में तो पुलिस का रवैया पीड़िता( अगर वह गरीब मेहनतकश हो,दलित/ उत्पीड़ित या अल्पसंख्यक समुदाय की हो तो उसकी खैर नहीं ) के प्रति  असंवेदनशील रहता है। मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण की कितनी ही बातें कर लें लेकिन महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं यह बता रही हैं की यूपी में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। 
भारत के संविधान की शपथ लेकर मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ यूपी में बुल्डोजर से न्याय( या अन्याय ) करने के लिए जाने जाते हैं , ठोक दो की राजनीति में विश्वास करते  हैं, लेकिन आज तक मुख्यमंत्री यौन उत्पीड़न के आरोपी यूपी से सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लिए कोई बयान तक नहीं दे सके। उन्होंने कहा की भाजपा के आईं टी सेल से जुड़े आईआईटी बीएचयू के बलात्कारियों को जब हाल में रिहा किया गया उनका स्वागत भी संघीयों ने  किया।  तब भी मुख्यमंत्री की खामोशी यह दर्शाती हैदर्ज़ा की  सांसद, मंत्री और रसूखदार लोग अगर यौन शोषण, बलात्कार के आरोपी होंगे  तो उन्हें योगी सरकार का  संरक्षण मिलेगा और बुल्डोजर एवं ठोक  दो  की राजनीति आम  जनता के लिए के लिए ही  होगी।
कॉमरेड अंजू ने कहा की महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए सरकार को चाहिए की गांव से लेकर शहरों तक में  कार्यस्थल पर यौन हिंसा के खिलाफ शिकायत कमेटी का गठन करे ताकि महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने ने कहा कि योगी राज में महिलाएं अपने ऊपर हर प्रकार की हिंसा झेल रही हैं। सरकार  के स्मार्ट परियोजनाओं के कारण गरीब महिलाओं और उनके परिवारों को शोषण और दमन झेलना पड़ रहा है; यहां तक की पीने के साफ पानी के लिए भी महिलाओं को  आज भी कई किलोमीटर दूर  पैदल चलना पड़ता है। बढ़ती महंगाई से गरीब महिलाएं प्राइवेट लोन लेने के लिए मजबूर कर दी जा रही हैं और  कर्ज न चुकाने पर  उनका परिवार आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा है। महिलाओं के लिए स्थाई रोजगार देने के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं हैं जिससे  कि वह अपनी जिंदगी को सम्मानजनक तरीके से जी सके।
उन्होंने  सवाल उठाया कि जन जन तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने वाली आशा बहनों  से दिन रात मेहनत तो सरकार  करवा रही है लेकिन योगी सरकार उन्हें  राज्य कर्मचारी का दर्जा देने से क्यों पीछे हट रही हैं?
उन्होंने कहा की  की योगी सरकार की  उत्तर प्रदेश में नफ़रत और बुल्डोजर की राजनीति ने आग लगा दी है। बहराइच में एक युवक की हत्या और भीड़ द्वारा  अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ आगजनी और निर्दोष महिलाओं और बच्चों का पलायन, इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा  बुल्डोजर से कभी न्याय नहीं हो सकता है इसलिए  भारतीय संविधान को सही इच्छाशक्ति से  अमल में लाने की और उसके सही क्रियान्वयन से हाशिए पर रहने वालों और पीड़ितों को न्याय दिलाने की जरूरत है।

                    कॉमरेड अन्जू
संयोजक अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन उत्तर प्रदेश
दिनांक 26/10/2024

24/10/2024

दुनिया भर में राम सेतु का सच

अक्तूबर 24, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         
राजनीतिक कार्यकर्ता श्री आर.डी.सिंह

रामसेतू 18 लाख वर्ष पूर्व "tectonic plates" के घर्शन
द्वारा उत्पन्न हुआ, जो समुद्र तल तक गड़ा हुआ है |
जबकि मानव जाति के जन्मे हुए अभी 1लाख वर्ष भी
नही हुए, करोङो वर्षो पूर्व के डायनासौर्स (Dianasaurs) के अवशेष भी मिलगये मगर वानर सेना
का कोई अता पता नही | इस प्रकार के सेतू जापान-
कोरिया के बीच मे भी है, और इससे कई गुना बड़ा सेतु
तुर्की द्वीप मे भी है |
राम सेतु (Adams bridge) इसे अधिक पुराना होने के कारन आदम पुल भी कहाँ जाता है । राम सेतु (Adams
bridge) पर नासा ने रिसर्च कर बताया कि यह पुल
प्रकृति निर्मित है, मानव निर्मित नही । यह समुद्र में
पाये जाने वाले मूँगा (CORAL) में पाये जाने वाले
केल्शियम कार्बोनेट के छोड़े जाने से निर्मित
श्रंखला है । जिसकी लंबाई 30Km. है । नासा ने इसके सैम्पल लेकर रेडियो कार्बन परिक्षण से बताया कि
यहसेतु 17.5 लाख वर्ष पुराना है । मूंगा (Coral) समुद्र के
कम गहरे पानी में जमा होकर श्रंखला बनाते है । विश्व
में मूँगा से निर्मित ऐसी 10 श्रृंखलाएँ है इनमे से सबसे
बड़ी ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर है । इसकी लंबाई
रामसेतु से भी कई गुणा अधिक 2500 Km है । विश्व की इन सभी दश मूँगा श्रंखलाओ को सेटेलाईट के
द्वारा देखा जा चूका है । नासा के रिसर्च अनुसार
रामसेतु जब 17.5 लाख वर्ष पुराना है, तो इसे राम
निर्मित कैसे कहाँ जा सकता है । जबकि मानव ने
खेती करना/कपडे पहनना 8000 हजार वर्ष ईसा पूर्व
सीखा है । मानव ने लोहा (Iron) की खोज 1500 ईसा पूर्व की है । मानव ने लिखना 1300 ईसा पूर्व
सीखा है । फिर #राम नाम लिखकर दुनियाँ के
पहले पशु सीविल इंजनियर भालू नल-निल ने इसे कैसे
बना डाला?

21/10/2024

एक नजर में बिहार की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर महापुरुषों की दुनिया में है

अक्तूबर 21, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *🔹True Facts about BIHAR🔹*
_____________________________

*BIHAR* एक इकलौता राज्य जिसके
नाम से हमारे देश का
नाम बनता है .....
B- भारत , bharat 
I - इंडिया , india
H - हिन्दुतान , hindutan
A -आर्यावर्त , aryabrat
R - रिवा , riva , ये इंडिया का बहुत पुराना नाम है

Bihar ka capital ke naam se India ki sabhi misail ka naam hai.
P - Prithvi
A - Agni
T - Trisul
N - Naag
A - Aakash

जो बिहारी बाबू है !
वह इस मैसेज को फैला
दिजिए

कम से कम अपमान करने
वाले को पता चल जाए की
हम किसका अपमान कर रहे है
हम बिहार को झुकने नही देंगे चाहे कोई कितना भी
प्रयास कर ले

जय बिहार जय बिहार

*बिहार* - जिसने देश को पहला राष्ट्रपति दिया !

*बिहार* - जहाँ सबसे पहले महाजनपद बना अर्थात विश्व का पहला लोकतंत्र !

*बिहार* - जहाँ भगवान राम की पत्नी सीता का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ महाभारत के दानवीर कर्ण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भगवान् महावीर का जन्म हुआ, बुद्ध और महावीर को ज्ञान मिला !

*बिहार* - जहाँ सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के राजा चन्द्रगुप्त मौर्य से लड़ने की हिम्मत सिकंदर को भी नही हुई !

*बिहार*- जहाँ का लिट्टी चोखा पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय लिट्टी चोखा के नाम से प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ के राजा महान अशोक ने अरब तक हिंदुस्तान का पताका फहराया और उसका स्तम्भ आज देश का राष्ट्रीय चिन्ह है !

*बिहार* - जो गांधी जी का पहला प्रेरणादायक स्रोत बना जिसने आज़ादी की आधारशिला रखी (चंपारण) !

*बिहार* - जहाँ राजा जरासंध, पाणिनि (जिसने संस्कृत व्याकरण लिखा), आर्यभट्ट जिन्होंने शून्य, दशमलव और सूर्य सिद्धांत दिया, चाणक्य (महान अर्थशास्त्री), रहीम, कबीर का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ के नंदवंश से लड़ने की हिम्मत सिकंदर की भी नही हुई और बिना लड़े विश्वविजेता डर कर भाग गया !

*बिहार* - जहाँ के 80 साल के बूढ़े ने 1857 के क्रांति में दो बार अंग्रेजों को हराया, अंग्रेजो के दांत खट्टे कर दिए (बाबु वीर कुंवर सिंह) !

*बिहार* - जहाँ के गोनू झा के किस्से पुरे हिंदुस्तान में प्रसिद्ध है !

*बिहार* - जहाँ सम्पूर्ण क्रांति के जनक महान जय प्रकाश नारायण का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ जन नायक कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ भिखारी ठाकुर (विदेशिया) का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ शारदा सिन्हा जैसी महान भोजपुरी गायिका का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ स्वामी सहजानंद सरस्वती, राम शरण शर्मा, राज कमल झा, विद्यापति, रामधारी सिंह दिनकर, रामवृक्ष बेनीपुरी, फणीश्वर नाथ रेणु , देवकी नंदन खत्री, इन्द्रदीप सिन्हा, राम करण शर्मा, महामहोपाध्याय पंडित राम अवतार शर्मा, नलिन विलोचन शर्मा, गंगानाथ झा, ताबिश खैर, कलानाथ मिश्र, आचार्य रामलोचन सरन, गोपाल सिंह नेपाली, बिनोद बिहारी वर्मा, आचार्य रामेश्वर झा, राघव शरण शर्मा, नागार्जुन आचार्य जानकी बल्लभ शाश्त्री जैसे महान लेखको का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ बिस्स्मिल्लाह खान का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ दशरथ मांझी जैसा Mountain Man का जन्म हुआ !

*बिहार* - जहाँ एक साधारण शिक्षक SUPER 30 जैसा निःशुल्क कोचिंग बिना किसी सहायता के चलाकर गरीब बच्चों को IIT में दाखिला दिलाता है !

*बिहार* - जहाँ आज भी दिलो में प्रेम बसता है !

*बिहार* - जहाँ  भी बच्चे अपने माँ - बाप के पैर दबाये बिना नही सोते !

*बिहार* - जहाँ से सबसे ज्यादा बच्चे देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC और IIT पास करते है !

*बिहार* - जहाँ के गाँव में आज भी दादा-दादी अपने बच्चो को कहानियां सुनाते है !

*बिहार* - जहाँ आज भी भूखे रह के अतिथि को खिलाया जाता है !

*बिहार* – जहाँ आज भी सबसे ज्यादा संयुक्त परिवार है !

*बिहार* - जहाँ के बच्चे कोई सुविधा न होते हुए भी देश में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी पाते है !

इसी *बिहार* के रहने वाले हैं ! तो क्यूँ न करे खुद के *बिहारी* होने पर गर्व !

 *बिहार* !!👍🏻👍🏻

आइंस्टीन ड्राइवर की एक कहानी दिलीप कुमार द्वारा खोजा गया

अक्तूबर 21, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *शुभ*रात्रि*🙏🙏🙏
www.roadwaynews.com


आइंस्टीन के ड्राइवर ने एक बार आइंस्टीन से कहा--"सर, मैंने हर बैठक में आपके द्वारा दिए गए हर भाषण को याद किया है।"

 आइंस्टीन हैरान !!!

उन्होंने कहा- "ठीक है, अगले आयोजक मुझे नहीं जानते।आप मेरे स्थान पर वहां बोलिए और मैं ड्राइवर बनूंगा।

ऐसा ही हुआ, बैठक में अगले दिन ड्राइवर मंच पर चढ़ गया।और भाषण देने लगा...

उपस्थित विद्वानों ने जोर-शोर से तालियां बजाईं।

उस समय एक प्रोफेसर ने ड्राइवर से पूछा - "सर, क्या आप उस सापेक्षता की परिभाषा को फिर से समझा सकते हैं ?"

असली आइंस्टीन ने देखा बड़ा खतरा !!! 

इस बार वाहन चालक पकड़ा जाएगा। लेकिन ड्राइवर का जवाब सुनकर वे हैरान रह गए...

ड्राइवर ने जवाब दिया- "क्या यह आसान बात आपके दिमाग में नहीं आई ? 

मेरे ड्राइवर से पूछिए,---वह आपको समझाएगा।

नोट : "यदि आप बुद्धिमान लोगों के साथ चलते हैं, तो आप भी बुद्धिमान बनेंगे और मूर्खों के साथ ही सदा उठेंगे-बैठेंगे तो आपका मानसिक तथा बुद्धिमता का स्तर और सोच भी उन्हीं की भांति हो जाएगी..!!

अज्ञात

17/10/2024

सरकार श्रवण कुमार को शीघ्र रिहा करें

अक्तूबर 17, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.            • श्रवण कुमार निराला की गिरफ्तारी की आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने की कड़ी निंदा
• तत्काल रिहा करे सरकार, लोकतांत्रिक आंदोलन पर दमन करना बंद करे
लखनऊ/गोरखपुर, 16 अक्टूबर 2024,
Ajay roy leader Indian people front 


अंबेडकर जन मोर्चा के संयोजक श्रवण कुमार निराला कीअधिक जानकारी के लिए यहां जाएं महाराजगंज पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी और उन पर लादे गए मुक़दमे की ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने कड़ी निंदा की है। एआईपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी ने प्रदेश सरकार से निराला को तत्काल रिहा करने और उन पर लादे मुकदमों को वापस लेने की मांग की है।
 
          प्रेस को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि योगी सरकार लोकतांत्रिक आंदोलन को दमन के बल पर कुचलने में लगी है। गोरखपुर क्षेत्र में श्रवण कुमार निराला लंबे समय से दलितों,  गरीबों और उत्पीड़ित समूहों के संवैधानिक अधिकारों के लिए लोकतांत्रिक आंदोलन चला रहे हैं। उन्होंने दलितों को एक एकड़ जमीन देने के सवाल पर आंदोलन किया है। पिछले दिनों चिट फंड कंपनियों और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा लोन के नाम पर गांव में गरीबों की लूट के खिलाफ आंदोलन को संगठित किया। गौरतलब है कि यह कम्पनियां गांव के गरीबों की बेरोजगारी और  महंगाई का फायदा उठाकर बैंक दर से लगभग दुगनी ब्याज दर पर लोन देती हैं। इस लोन की वसूली के लिए वह लोगों का सार्वजनिक अपमान कराती हैं और बेहद दबाव बनाती हैं। इन माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के  बेलगाम आचरण के खिलाफ निराला ने भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन को पत्र भी भेजे थे और सरकार से समूह के जरिए माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा दिए गए लोन को माफ करने व उनकी बेलगाम कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की थी।

 इस सवाल को हल करने की जगह उनके और संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा गौतम के खिलाफ महराजगंज के फरेंदा थाने में एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर में धोखाधड़ी, दस्तावेज की जालसाजी, अपराध के लिए उकसाने की धाराएं लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। शासन, प्रशासन व्दारा किया जा रहा उनका दमन लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। इसलिए सरकार को दमन की कार्रवाई से बाज आना चाहिए और दलितों व उत्पीड़ित तबकों के जीवन के लिए महत्वपूर्ण सवालों को हल करने की दिशा में काम करना चाहिए।
एस. आर. दारापुरी
राष्ट्रीय अध्यक्ष, 
ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट।

16/10/2024

डॉ. सुदामा पोंडे द्वारा एक्यूप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर

अक्तूबर 16, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज
DR. SUDAMA PONDAY



**अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर: वाराणसी में स्वास्थ्य का नया केंद्र**

क्या आप अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं? क्या आप बिना दवाओं के अपनी बीमारियों का इलाज चाहते हैं? अगर हां, तो वाराणसी में स्थित अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर आपके लिए एक वरदान साबित हो सकता है। आइए जानते हैं इस अद्वितीय स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जो आपके जीवन को बदल सकता है।

## डॉ. सुदामा पोंडे द्वारा संचालित केंद्र का परिचय

वाराणसी के रामनगर इलाके में स्थित अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर डॉ. सुदामा पोंडे द्वारा संचालित एक अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र है। यह केंद्र पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों और आधुनिक विज्ञान का अनूठा संगम है, जो रोगियों को बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वस्थ जीवन जीने का मार्ग दिखाता है।

### अक्वाप्रेशर क्या है?

अक्वाप्रेशर एक प्राचीन चीनी चिकित्सा पद्धति है जिसमें शरीर के विभिन्न बिंदुओं पर दबाव डालकर रोगों का उपचार किया जाता है। यह पद्धति शरीर की प्राकृतिक चिकित्सा क्षमता को बढ़ाती है और ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करती है।

### न्यूरो थेरेपी के लाभ

न्यूरो थेरेपी तंत्रिका तंत्र पर केंद्रित एक आधुनिक चिकित्सा पद्धति है। यह मस्तिष्क और शरीर के बीच संबंधों को मजबूत करती है, जिससे दर्द में राहत मिलती है और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

## अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर की विशेषताएं

डॉ. पोंडे का केंद्र न केवल उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहां आप अपने स्वास्थ्य के बारे में नया दृष्टिकोण प्राप्त कर सकते हैं।

### उपलब्ध सेवाएं

- अक्वाप्रेशर थेरेपी
- न्यूरो थेरेपी
- स्ट्रेस मैनेजमेंट
- पेन मैनेजमेंट
- डिटॉक्सिफिकेशन
- इम्युनिटी बूस्टिंग

### आधुनिक उपकरण और तकनीक

केंद्र में अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकें उपलब्ध हैं जो उपचार को और अधिक प्रभावी बनाती हैं। यहां पर डिजिटल अक्वाप्रेशर मशीनें, न्यूरो फीडबैक सिस्टम और बायोफीडबैक उपकरण उपलब्ध हैं जो रोगियों की स्थिति का सटीक आकलन करने में मदद करते हैं।

## डॉ. सुदामा पोंडे का परिचय और योग्यता

डॉ. सुदामा पोंडे एक प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं जिन्होंने अक्वाप्रेशर और न्यूरो थेरेपी में विशेषज्ञता हासिल की है। वे सर्टिफाइड अक्वाप्रेशर हेल्थ स्पेशलिस्ट (C.A.H.S.) हैं और इस क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव रखते हैं।

### अनुभव और विशेषज्ञता

डॉ. पोंडे ने अपने करियर में हजारों रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। उनकी विशेषज्ञता में शामिल हैं:

- क्रोनिक पेन मैनेजमेंट
- नींद संबंधी समस्याएं
- तनाव और अवसाद
- गठिया और मांसपेशियों में दर्द
- पाचन संबंधी समस्याएं

### रोगियों के प्रति समर्पण

डॉ. पोंडे अपने रोगियों के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं। वे हर रोगी के साथ व्यक्तिगत रूप से समय बिताते हैं, उनकी समस्याओं को समझते हैं और उनके लिए व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार करते हैं।

## सेंटर का स्थान और सुविधाएं

अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर वाराणसी के प्रसिद्ध रामनगर क्षेत्र में स्थित है। यह स्थान न केवल सुगम है बल्कि एक शांत वातावरण भी प्रदान करता है जो स्वास्थ्य लाभ के लिए आवश्यक है।

### पंचवटी लंका रोड पर सुगम पहुंच

केंद्र पंचवटी लंका रोड पर स्थित है, जो वाराणसी के प्रमुख मार्गों में से एक है। यहां पहुंचना बेहद आसान है, चाहे आप निजी वाहन से आएं या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।

### शांत और आरामदायक वातावरण

केंद्र का वातावरण शांत और सुकून भरा है। यहां आते ही आप अपने तनाव को कम होते हुए महसूस करेंगे। साफ-सुथरे कमरे, आरामदायक फर्नीचर और मधुर संगीत आपके उपचार को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करते हैं।

## संपर्क विवरण और अपॉइंटमेंट प्रक्रिया

अगर आप अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर की सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप आसानी से संपर्क कर सकते हैं और अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।

### मोबाइल नंबर और कार्यालय समय

संपर्क के लिए आप डॉ. सुदामा पोंडे को उनके मोबाइल नंबर 6306413290 पर कॉल कर सकते हैं। केंद्र सोमवार से शनिवार, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।

अपॉइंटमेंट लेने के लिए, आप कॉल करके या व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। डॉ. पोंडे या उनकी टीम आपको जल्द से जल्द उपलब्ध समय स्लॉट के बारे में बताएगी।

## निष्कर्ष

अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर वाराणसी में स्वास्थ्य सेवाओं का एक नया अध्याय है। डॉ. सुदामा पोंडे के नेतृत्व में, यह केंद्र पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। अगर आप बिना दवाओं के अपने स्वास्थ्य में सुधार चाहते हैं, तो यह केंद्र आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।

याद रखें, स्वस्थ जीवन की कुंजी केवल बीमारियों का इलाज नहीं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य और कल्याण है। अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर आपको इसी दिशा में ले जाने का वादा करता है। तो देर किस बात की? आज ही संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य को नई दिशा दें!

## अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. **क्या अक्वाप्रेशर थेरेपी दर्दनाक होती है?**
   नहीं, अक्वाप्रेशर थेरेपी सामान्यतः दर्दरहित होती है। कुछ लोगों को हल्का दबाव महसूस हो सकता है, लेकिन यह असहज नहीं होता।

2. **क्या न्यूरो थेरेपी के कोई साइड इफेक्ट हैं?**
   न्यूरो थेरेपी एक सुरक्षित प्रक्रिया है। अधिकांश लोगों को कोई साइड इफेक्ट नहीं होते। कुछ लोगों को थेरेपी के बाद हल्का सिरदर्द या थकान महसूस हो सकती है, जो जल्द ही ठीक हो जाती है।

3. **क्या मुझे हर सेशन के लिए डॉक्टर से मिलना होगा?**
   हां, डॉ. पोंडे हर सेशन में व्यक्तिगत रूप से मौजूद रहते हैं और आपकी प्रगति की निगरानी करते हैं।

4. **क्या यह केंद्र बीमा स्वीकार करता है?**
   वर्तमान में, केंद्र सीधे बीमा दावों को प्रोसेस नहीं करता। हालांकि, वे आपको बीमा कंपनी से प्रतिपूर्ति के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रदान कर सकते हैं।

5. **क्या मुझे अपॉइंटमेंट के लिए कुछ विशेष तैयारी करनी होगी?**
   कोई विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं है। बस आरामदायक कपड़े पहनकर आएं और अपने मौजूदा स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स साथ लाएं।

अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर वाराणसी में स्वास्थ्य सेवा का एक नया मानक स्थापित कर रहा है। डॉ. सुदामा पोंडे के नेतृत्व में, यह केंद्र न केवल रोगों का इलाज करता है, बल्कि लोगों को एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने की कला भी सिखाता है।

इस केंद्र की विशेषता यह है कि यहां हर रोगी को व्यक्तिगत ध्यान दिया जाता है। आपकी समस्या चाहे छोटी हो या बड़ी, डॉ. पोंडे और उनकी टीम आपको पूरा समय और ध्यान देंगे। वे न केवल आपके शारीरिक लक्षणों पर ध्यान देते हैं, बल्कि आपके जीवनशैली, खान-पान और दैनिक आदतों को भी समझते हैं ताकि समग्र उपचार किया जा सके।

केंद्र का वातावरण भी उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शांत और सुकूनभरा माहौल आपको तनावमुक्त करने में मदद करता है। यहां आप शहर के शोर-शराबे से दूर, प्रकृति के करीब महसूस करेंगे। यह शांत वातावरण आपके उपचार को और अधिक प्रभावी बनाता है।

डॉ. पोंडे का मानना है कि स्वास्थ्य केवल बीमारियों की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक संतुलन की स्थिति है। इसलिए उनका उपचार न केवल आपके शारीरिक लक्षणों को दूर करता है, बल्कि आपको एक संतुलित और खुशहाल जीवन जीने में भी मदद करता है।

अक्वाप्रेशर और न्यूरो थेरेपी के अलावा, केंद्र स्वस्थ जीवनशैली के बारे में परामर्श भी प्रदान करता है। यहां आप सही आहार, व्यायाम और तनाव प्रबंधन तकनीकों के बारे में सीख सकते हैं। डॉ. पोंडे का मानना है कि रोग निवारण उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि रोग का इलाज।

यदि आप लंबे समय से किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं और पारंपरिक चिकित्सा से संतुष्ट नहीं हैं, तो अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर आपके लिए एक नई उम्मीद हो सकता है। यहां आप न केवल अपनी बीमारी से मुक्ति पाएंगे, बल्कि एक नए, स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन की शुरुआत करेंगे।

याद रखें, स्वास्थ्य हमारा सबसे बड़ा धन है। इसकी देखभाल करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर आपको इस दिशा में एक कदम आगे ले जाने का वादा करता है। तो आइए, अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और एक बेहतर कल की ओर कदम बढ़ाएं।

डॉ. सुदामा पोंडे और उनकी टीम आपका स्वागत करने के लिए तत्पर है। अपने स्वास्थ्य को लेकर कोई भी प्रश्न या चिंता हो, वे हमेशा आपकी मदद के लिए तैयार हैं। आप बिना किसी संकोच के उनसे संपर्क कर सकते हैं।

अंत में, याद रखें कि स्वस्थ रहना एक निरंतर प्रक्रिया है। यह एक यात्रा है, न कि मंजिल। अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर इस यात्रा में आपका साथी बनने के लिए तैयार है। आइए, मिलकर एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

संपर्क करें:
डॉ. सुदामा पोंडे
अक्वाप्रेशर न्यूरो थेरेपी सेंटर
पंचवटी लंका रोड, रामनगर, वाराणसी
मोबाइल: 6306413290

आज ही अपॉइंटमेंट लें और अपने स्वास्थ्य को नई दिशा दें!

13/10/2024

कामरेड साईं बाबा को लाल सलाम

अक्तूबर 13, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *कॉमरेड* *साईबाबा* *को* *लाल* *सलाम* !
Red star
रोडवे-न्यूज़ पर नवीनतम समाचार और जानकारी के लिए पढ़ें और देखें 


सीपीआई (एमएल) रेड स्टार दिल्ली विश्वविद्यालय के भूतपूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को अपनी क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।जिन्हें फासीवादी क्रूर कानूनों के तहत एक दशक से अधिक समय तक जेल में रखा गया था और कुछ महीने पहले सबूतों की कमी और अभियोजन पक्ष द्वारा उनके खिलाफ आरोप साबित करने में विफलता के कारण उन्हें बरी कर दिया गया था। हम उनके तमाम परिजनों/  इष्ट मित्रों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।नवीनतम समाचारों के लिए यहां क्लिक करें

हालांकि प्रोफेसर साईबाबा की मृत्यु का तात्कालिक कारण ऑपरेशन के बाद की जटिलताओं को माना जा सकता है, लेकिन  व्हीलचेयर पर बैठे साईबाबा को कई वर्षों तक जेल में रखकर उनकी अकाल मृत्यु के लिए मौजूदा फासीवादी सरकार ही जिम्मेदार है। कोई भी व्यक्ति, अमानवीय जेल-स्थितियों में शारीरिक रूप से अक्षम  और व्हीलचेयर पर बैठे  एक व्यक्ति को लंबे समय तक जेल में सड़ाने के नतीजे  को समझ सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के अनुसार, वैचारिक स्थिति को बनाए रखना कोई अपराध नहीं है, और कई अवसरों पर न्यायपालिका ने भी इसे बरकरार रखा है।  और यह पूरी तरह जानते हुए भी, माओवादियों से कथित संबंधों के लिए किसी व्यक्ति को जेल में डालना, खासकर तब जब  उस  व्यक्ति के शरीर का अधिकांश हिस्सा  शारीरिक अक्षमता का शिकार  हो और जब उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा हो, मानवाधिकारों का सरासर उल्लंघन है। यह असहमति व्यक्त करने के मूल लोकतांत्रिक अधिकार के साथ-साथ स्वतंत्र अभिव्यक्ति के अधिकार के भी खिलाफ है।

कॉमरेड साईबाबा की असामयिक मृत्यु के पीछे फासीवादी वैधता की कड़ी निंदा करते हुए, हम एक बार फिर उन्हें अपनी क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

फासीवाद मुर्दाबाद!

पी जे जेम्स
महासचिव
सीपीआई (एमएल) रेड स्टार

नई दिल्ली
13.10.2024

10/10/2024

हरियाणा चुनाव पर एक रिपोर्ट

अक्तूबर 10, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *हालिया* *चुनाव* *परिणाम* *जनता* *की* *फासीवाद* - *विरोधी* *भावना* *और* *विपक्ष* *द्वारा* *इसका* *उपयोग* *करने* *में* *विफलता* *को* *प्रकट* *करते* *हैं* !अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं


जम्मू-कश्मीर चुनाव का परिणाम, धारा 370 को निरस्त करने सहित मोदी सरकार की फासीवादी नीतियों के खिलाफ लोगों का फैसला है, और बहुत ही उत्साहजनक है, खासकर जम्मू-कश्मीर के पूरे इतिहास में इस सबसे महत्वपूर्ण दौर में। हालाँकि, हरियाणा में फासीवादी "डबल इंजन" की हैट्रिक जीत, जो स्वयं फासीवादियों के लिए भी आश्चर्यजनक है, कांग्रेस के भीतर कलह सहित विपक्ष के राजनीतिक दिवालियापन का सीधा परिणाम है। इस बार, अभी भी 1.82% वोटों के साथ, बसपा इनेलो के साथ गठबंधन करके भाजपा विरोधी वोटों को विभाजित करने की अपनी सामान्य भूमिका निभा सकी , और आरएसएस/भाजपा फासीवादी गिरोह के साथ दलित और निचली जाति के वोटों को एकजुट करने में कामयाब रही। . 
साथ ही, इससे भी अधिक खुलासा करने वाली बात "उत्तर-वैचारिक" आम आदमी पार्टी (आप) की भूमिका है जो हरियाणा चुनाव की घोषणा तक इंडिया गठबंधन का हिस्सा थी। हैरानी की बात यह है कि चुनाव की पूर्व संध्या पर जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने इंडिया अलायंस से अचानक वापसी की घोषणा की और सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 1.79 प्रतिशत वोट हासिल किए।। जबकि केजरीवाल को गठबंधन का हिस्सा बनाए रखने में कांग्रेस की विफलता स्पष्ट है, अब समय आ गया है कि कांग्रेस और अन्य भाजपा विरोधी पार्टियों को एक लचीले फासीवादी उपकरण के रूप में आप की भूमिका को स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए जैसा कि पिछले चुनावों में साबित हुआ है। यद्यपि कांग्रेस अपना वोट-शेयर 11% तक बढ़ा सकी, जबकि आप,बसपा जैसी विभाजनकारी ताकतों की मदद से फासीवादी ताकतें फासीवाद-विरोधी वोटों को प्रभावी ढंग से विभाजित करके अपनी स्थिति मजबूत करने में सफल रहीं।                      

सटीक रूप से कहें तो, जैसा कि चुनाव के रुझान स्पष्ट रूप से संकेत दे रहे हैं, लोग कॉर्पोरेट-फासीवादी ताकतों के खिलाफ उठने के लिए तैयार हैं। लेकिन जैसा कि हरियाणा के नतीजों से पता चलता है, यह स्वयंभू भाजपा विरोधी पार्टियों का राजनीतिक दिवालियापन और संगठनात्मक कमजोरी है जो चुनाव में फासीवादियों की हार में बाधा बन रही है। मेहनतकशों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं सहित तमाम उत्पीड़ितों के दीर्घकालिक हितों के नजरिए से एक दृढ़ वैचारिक-राजनीतिक अभिविन्यास वाली वास्तविक फासीवाद-विरोधी ताकतों के व्यापक संभव मोर्चे का निर्माण करके ही इस गंभीर स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। .

पी जे जेम्स
महासचिव
भाकपा( माले) रेड स्टार 
9 अक्टूबर 2024

06/10/2024

एस.एल.ठाकुर द्वारा अपने पार्टी नेता से की गई अपील

अक्तूबर 06, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.       
राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.एल.ठाकुर 

      ,🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 सम्मानित साथियों मैं एस,एल, ठाकुर सम्मानित ग्रुप के साथियों का प्रातः कालीन का इंकलाबी अभिवादन करता हूं साथ ही मैं एक बहुत ही प्रबल अपील आप सभी से करना चाहता हूं क्योंकि मैं सत्य के रास्ते पर चलकर के अग्नि परीक्षाअधिक जानकारी के लिए देने से भी पीछे नहीं हटता, आज मेरा यही आचरण सफलता की एक-एक सीढ़ी के तरफ नया इतिहास रचने की दिशा में अग्रसर है। जिसका उदाहरण आपके समक्ष है। भारतीय जीवन बीमा निगम के अंदर एक संघर्ष का इतिहास और उपलब्धियां का इतिहास है। जिसकी प्रामाणिकता के लिए आप हमसे या हमारे मित्रों से संपर्क करके संतुष्ट हो सकते या राष्ट्रीय अभिकर्ता जन क्रांति पत्रिका की प्रमाणिकता को देख सकते हैं। पूरे देश के अंदर लाखों, लाख अभिकरण का कार्य करते हुए अभिकर्ताओं एवं संस्था के हितों में संघर्ष और उसके माध्यम से उपलब्धियां का इतिहास रहा है। मेरे नेतृत्व में ऑल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन नमस्तेके बैनर के तहत दमनकारी भारत सरकार एवं प्रबंधन की नीतियों के विरोध, जी, एस, टी कर कानून, विनिवेश, निजीकरण सहित चार्ट ऑफ़ डिमांड पर। वर्षों, वर्षों तक संघर्ष धरना प्रदर्शन, काला दिवस, प्रबंधन का सामाजिक बहिष्कार, मानव श्रृंखला, पुतला दहन, सड़कों पर जुलूस, अध्यक्ष भारतीय जीवन बीमा निगम को ज्ञापन, भारत सरकार को ज्ञापन, कार्यालयों का घेराव, जिला अधिकारी महोदय के माध्यम से ज्ञापन, अनशन, आमरण, अनशन के रूप में पूरे देश के अंदर लाखों लाख अभिकर्ताओं में एक अपने नेतृत्व की पहचान संगठन की पहचान रही हैं। संविधान और कानून के दायरे में प्रबंधन से अधिकतर मांगों को मनवाने में संगठन सफल रहा यह है। सत्य के रास्ते पर इंकलाब की ताकत, विचारों की प्रबलता की ताकत यह मेरा आचरण है। कारण की मैं भ्रष्टाचारी अन्यायी, अत्याचारी से ना डरता हूं ना घबराता हूं। जिसकी प्रमाणिकता, सत्यापन आप द्वारा कभी भी हमसे या मेरे साथियों से मिलकर के किया जा सकता है। आई आई अन्य भ्रष्टाचार आगे दमनकारी नीतियों के विरोध हम संघर्ष के लिए आगे बढ़ते हैं मात्र एक ही शर्त है कि आपका समर्थन पूरी ईमानदारी से मेरे साथ हो फिर गारंटी है कि जीत तो अपनी होगी। 🇮🇳इंकलाब, जिंदाबाद 🇮🇳इंकलाब, जिंदाबाद।अधिक ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें

02/10/2024

कमिश्नरेट वाराणसी द्वारा ग्राम कचनार की जांच

अक्तूबर 02, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         *राजातालाब क्षेत्र के कचनार गांव के चकरोड पर अवैध क़ब्ज़ा की हुई लोकायुक्त जांच* 
राजातालाब वाराणसी 


*वाराणसी: राजातालाब*अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजातालाब तहसील के कचनार ग्राम के चकरोड आराजी संख्या 705 और 712 सहित जलखाता आराजी संख्या 694 पर अवैध क़ब्ज़ा की शिकायत पर लोकायुक्त से हुई थी। इस पर जांच का निर्देश लोकायुक्त ने दिया था। डीएम ने एसडीएम और एसीपी राजातालाब सहित सरकारी अधिवक्ता को शिकायत की जांच के लिए नामित किया। उसी कड़ी में एसडीएम राजातालाब ने गांव में उक्त सरकारी आराजियात पर अवैध क़ब्ज़ा की शिकायत की जांच करते हुए जरूरी निर्देश दिए।

एसडीएम राजातालाब ने शिकायत कर्ता के शिकायत पर दल बल के साथ मौक़े पर पहुँच की जांच। इसमे चकरोड और जलखाता के अवैध क़ब्ज़ा का जांच किया। इस दौरान शिकायत कर्ता राजकुमार गुप्ता का कहना है कि ग्राम सभा में भूमाफ़ियों द्वारा करोड़ों की सरकारी ज़मीन का गोल माल किया गया है। इसकी शिकायत पहले स्थानीय स्तर पर की, लेकिन सही जांच नहीं की गई। इसके बाद लोकायुक्त जांच की मांग की। इस दौरान एसडीएम ने बताया कि जांच रिपोर्ट गोपनीय होती है। कुछ कमियां मिली हैं। पूरी जांच रिपोर्ट तैयार कर लोकायुक्त को भेजी जाएगी।

धन्यवाद 
द्वारा 
राजकुमार गुप्ता 
वाराणसी

30/09/2024

फ़िलिस्तीनी हिटलर जहुआ अराफ़ात

सितंबर 30, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.          यह है, यासर अराफत की बेटी, जहुआ अराफत!              यासर अराफात की बेटी

फ़िलिस्तीनी हिटलर जहुआ अराफ़ात 
यासर अराफत को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है!

उन्होंने लाखों फिलिस्तीन युवकों को मौत के दलदल में धकेल दिया 

उन्हें सपने शब्ज बाग  दिखाएं और  मध्य पूर्व को आतंकवाद की आग में झोंक दिया

यह लिखने का कारण यह है कि दुनिया के सभी पिताओं की तरह, उन्हें भी अपनी बेटी की चिंता थी।

और उन्होंने फिलिस्तीन की “सेवा" करते हुए जो धन इकट्ठा किया था, उसमें से कुछ अपनी बेटी के लिए रखा।

ज्यादा नहीं, बस थोड़ा सा…,

आज के बाजार मूल्य पर उसकी कीमत मात्र ₹66,311 करोड़ है!

पाकिस्तान के कुल विदेशी मुद्रा भंडार से कई गुना!

यह कहना गलत नहीं होगा कि यासर खुराफात  की यह बेटी लंदन में एक सड़क की मालकिन है, क्योंकि उस सड़क के दोनों तरफ की ज़्यादातर संपत्तियाँ इसी महिला के नाम पर हैं।

पिछले कई सालों से वह पेरिस के एक बेहद महंगे इलाके में आलीशान हवेली में रह रही है और पिछले 25 सालों में उसने फिलिस्तीन का चेहरा भी नहीं देखा है।

उसे चार भाषाएं आती  है, लेकीन वह अरेबिक नही जानती!

संयुक्त राष्ट्र के निर्देशानुसार उसे शरणार्थी का दर्जा दिया गया है!

यह है जन्नत और जिहाद नामक उद्योग की हकीकत!

29/09/2024

डॉ ओम शंकर रिपोर्ट हेड ऑफ हार्ट डिपोर्टमेंट बीएचयू

सितंबर 29, 2024 0
सड़क समाचार: वाराणसी,आपका स्वागत है. ब्रेकिंग न्यूज.         प्रेस विज्ञप्ति.                                                            अधिक जानकारी के लिए यहां जाएं www.roadwaynews.com
बीएचयू रिपोर्ट डॉ. शंकर 

विषय: बीएचयू के हृदय विभाग में बिस्तरों की कमी और प्रशासनिक अनियमितताएं

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हृदय विभाग में मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए, पुराने भवन (सर सुंदर लाल अस्पताल) में उपलब्ध 48 बिस्तर रोगियों के इलाज के लिए अपर्याप्त साबित हो रहे थे। कई बार सरकार से बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नए सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए धनराशि आवंटित की। यह भवन 2022 में बनकर तैयार हुआ और फरवरी 2022 में प्रधानमंत्री जी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। नए भवन में हृदय रोगियों के इलाज के लिए कुल 89 बिस्तर आवंटित किए गए, जिसमें से 41 नए बिस्तर थे और पुराने भवन में मौजूद 48 बिस्तर भी शामिल थे।

हालांकि, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के. के. गुप्ता (जिन पर ब्लड बैंक घोटाले और कई अन्य गंभीर आरोप हैं) ने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद हृदय विभाग पर पुराने भवन के 48 बिस्तर छोड़कर केवल 41 बिस्तर लेने का दबाव बनाना शुरू किया, जो कि पहले से आवंटित बिस्तरों की संख्या से भी 7 कम था। उस समय मैं विभाग का अध्यक्ष था और मैंने इस निर्णय का विरोध किया। इस मामले पर मैंने संस्थान के भूतपूर्व निदेशक, कुलपति और सरकार को पत्र लिखे। इसके परिणामस्वरूप भूतपूर्व निदेशक द्वारा एक 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसमें मैं भी शामिल था।

समिति ने बहुमत से यह निर्णय लिया कि हृदय विभाग को नए भवन (सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक) में शिफ्ट किया जाएगा और 90 बिस्तर विभाग को चौथे तल्ले पर आवंटित किए जाएंगे। इसके साथ ही, पांचवे तल्ले पर स्थित कैथ लैब कॉम्प्लेक्स और एकेडमिक ब्लॉक भी हृदय विभाग के अधीन रहेगा। लेकिन चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गुप्ता ने इस निर्णय को मानने से इंकार कर दिया।

जब कोई समाधान नहीं निकला, तो मैंने 6 मार्च 2023 को आंदोलन करने की नोटिस दी। इसके बाद 8 मार्च 2023 को निदेशक और डीन के साथ एक सहमति बनी कि आंदोलन नहीं किया जाएगा और हृदय विभाग को 90 बिस्तर तुरंत आवंटित किए जाएंगे। हालांकि, चिकित्सा अधीक्षक ने निदेशक और डीन के लिखित आदेश को भी मानने से इंकार कर दिया, जिसके विरोध में मैंने 21 दिनों तक आमरण अनशन किया।

अनशन के दौरान, संस्थान के निदेशक ने मीडिया के माध्यम से झूठी जानकारी फैलाई कि विभाग को 61 बिस्तर दिए गए हैं और बाकी 29 बिस्तर जल्द ही दिए जाएंगे, जबकि सच्चाई यह है कि चौथे तल्ले पर 24 बिस्तरों के मानक वाले कमरे में 6 बिस्तर बढ़ाकर उसे 30 बिस्तर बताया गया और कैथ लैब में स्थित 14 अस्थायी बिस्तरों को भर्ती बिस्तर के रूप में गिना गया। इस प्रकार, हृदय विभाग को वास्तविक रूप से 61 बिस्तर भी नहीं मिले हैं, और निदेशक ने जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है।

वर्तमान में, हृदय विभाग को आवंटित 90 बिस्तरों में से 49 बिस्तर छीने जाने की कोशिश की जा रही है, जबकि पहले ही आवंटित 48 बिस्तर रोगियों की जरूरतों के लिए अपर्याप्त थे। यह हृदय रोगियों के प्रति अत्याचार है।

दुर्भाग्य से, वर्तमान हृदय विभागाध्यक्ष प्रो. विकास अग्रवाल, जो स्वयं विवादित नियुक्ति और निजी प्रैक्टिस में लिप्त हैं, चिकित्सा अधीक्षक के दबाव में घुटने टेक चुके हैं। वे अपनी नौकरी और निजी स्वार्थों की रक्षा के लिए 49 बिस्तरों का समझौता कर चुके हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।

यह गंभीर समस्या प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में घटित हो रही है। दुर्भाग्य की बात यह है कि जब मैंने इस मुद्दे पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की, तो कुलपति ने बाउंसर और सुरक्षा कर्मियों को भेजकर इसे रुकवाने का प्रयास किया। यहां तक कि उन्होंने लंका थाने से भी मेरी पत्रकार वार्ता को रुकवाने की गुहार लगाई, जिसे थाना प्रभारी ने ठुकरा दिया।

यह घटनाक्रम अत्यंत निंदनीय है और इस पर तत्काल उच्च स्तरीय कार्रवाई की जानी चाहिए।

प्रो. (डॉ.) ओम शंकर
पूर्व विभागाध्यक्ष, हृदय रोग विभाग
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी