सड़क समाचार पत्रिका (जनता की आवाज) 🌎

सड़क समाचार पत्रिका(जनता की आवाज़) एक हिंदी समाचार वेबसाइट और मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो भारतीय राजनीति, सरकारी नीतियों, सामाजिक मुद्दों और समसामयिक मामलों से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है। मंच का उद्देश्य आम लोगों की आवाज़ को बढ़ाना और उनकी चिंताओं और विचारों पर ध्यान आकर्षित करना है।

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18/08/2024

भविष्य में भारत में क्या होगा? यह तो सरकार जानती है कि भारत में किस जाति की जनसंख्या कितनी होगी?

अगस्त 18, 2024 0
जनता की आवाज, ब्रेकिंग न्यूज     

                                  नरेंद्र मोदी संघ लोक सेवा आयोग की जगह ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ के ज़रिए लोकसेवकों की भर्ती कर संविधान पर हमला कर रहे हैं। 

केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के ज़रिए भर्ती कर खुलेआम SC, ST और OBC वर्ग का आरक्षण छीना जा रहा है।

मैंने हमेशा कहा है कि टॉप ब्यूरोक्रेसी समेत देश के सभी शीर्ष पदों पर वंचितों का प्रतिनिधित्व नहीं है, उसे सुधारने के बजाय लेटरल एंट्री द्वारा उन्हें शीर्ष पदों से और दूर किया जा रहा है।

यह UPSC की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली युवाओं के हक़ पर डाका और वंचितों के आरक्षण समेत सामाजिक न्याय की परिकल्पना पर चोट है।

‘चंद कॉरपोरेट्स’ के प्रतिनिधि निर्णायक सरकारी पदों पर बैठ कर क्या कारनामे करेंगे इसका ज्वलंत उदाहरण SEBI है, जहां निजी क्षेत्र से आने वाले को पहली बार चेयरपर्सन बनाया गया।

प्रशासनिक ढांचे और सामाजिक न्याय दोनों को चोट पहुंचाने वाले इस देश विरोधी कदम का INDIA मजबूती से विरोध करेगा।

‘IAS का निजीकरण’ आरक्षण खत्म करने की ‘मोदी की गारंटी’ है। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें रोडवे न्यूज़ www.roadwaynews.com

09/08/2024

बांग्लादेश की सेना और उनकी सरकार देश पर कब तक शासन करेगी?

अगस्त 09, 2024 0

जनता की आवाज, ब्रेकिंग न्यूज सभी तक तेजी से पहुंचे नमस्कर चाहती हूँ मैं रादे स्याम रोडवेज निउस से वर्तमान समय में जो बंगलादेश में जनता का बिद्रू हुआ है उसके लिए बहुत करीब से जिम्मेदार भारत है क्योंकि वहाँ की जो प्रधानमंत्री है वो भारत समर्थक थी और जनता के उपर ताना साही लाद रही थी ऐसे कानून लाद रही थी जिससे जनता सामत नहीं थी और वहाँ पर छात्रों का आरच्छन के खिलाब भी द्रू महिनों से चल रहा था जिसको सुलझाने के जगएं बेगम ने उसको दमन करने का नित अपनाया जिससे वहाँ के छात्र और जनता बखला गए और उनके सत्ता को उखाड फेका और ऐसे हालात में जब देश के अंतर भी द्रू होता है तो कुछ आराजक किस्मे के जो संगठन होते हैं वो वहाँ पर समाज के दूसरे पच्च के लोगों को जो अलप संख्यक होते हैं उनके उपर हमला करते हैं उनको घरों पर हमला करते हैं और उनके जानमाल की सुरच्छा का एक बहुत बड़ा संकट खड़ा हो जाता है ऐसे समय में वहाँ की जो फोर्स है वो अंतरिम सरकार बनाने की कोशिस में लगी हुई है और अंतरिम सरकार बन जाती है और फिन अंतरिम सरकार अपना कारभार भी समान लेती है लेकिन जो बिद्रो होता है उसको सांत होने में काफी समय लगता है आईसा नहीं है कि आज सरकार बन जा और कलह जो है वो सड़क पर क्योंकि उनके समस्याओं का समाधान तो अस्वासन के जरिये ही कमपलीट होता है वास्तविक तोर में तो उसमें समय लगता है और फिन ऐसे जो अवाशनी तत्व होते हैं जो अपनी मंसा को साध लेते हैं किसी को हत्या करना है किसी को हमला करना है वो ऐसे भी करवाई को इसी के आड़ में अपना निभा लेते हैं भारत सरकार बहुत से मामलों में इसलिए जिम्मेदार है ताय कि प्रधान मंत्री के बहुत करीबी थी और वहाँ बंगलादेश में आड़ानी का बहुत बड़ा इंफराट्रक्चर पैसा लगा हुआ है और इससे भी ससंकित है कि अगर वहाँ की जनता ने विद्रू किया और अपने हाथ मिलिया तो एक संकट हो सकता है अलाकि वहाँ पर चीन ने भी अपना नजर बनाई हुए है और अमेरिका ने भी नजर बनाई हुए है इजराई से वहाँ फिलिस्टीन हमास लड़ रहा है यूक्रेन में रसिया से विद्रू हो रहा है वहाँ पर लड़ाई है और इधर इरान है तो ये बहुत सारे जो देश हैं वो एक दूसरे के खिलाब लड़ रहा हैं बलकि ये किया जाए कि पुरे दुनिया के बाजार प है और दोनों एक दूसरे के ऊपर कभजा करना चाहते हैं बाजार के ऊपर सब लोग हर देश में अपनी कठपुतली सरकार बनाना चाहते हैं कमजोर सरकार बनाना चाहते हैं इसी कारण बंगलादेश में एक भी द्रोह हुआ वहाँ पर हिंदुओं पर हो रहे हमले अलप संख्यकों पर हो रहे हमले निंदनी है मैं बंगलादेश की जनता से वहाँ की आने वाली समावेशी सरकार से बंगलादेश की सेना से अपील करता हूँ कि बंगलादेश में जितने भी अलप संख्यक रहने वाले हैं उनके उपर किसी भी तरह की जो हमला है उसको रोकने की पुड़ा प्रयास करें धन्यवाद 

06/08/2024

बांग्लादेश संकट या जनता के अधिकार, ध्यान दें भारत के तानाशाह

अगस्त 06, 2024 0
जनता की आवाज, ब्रेकिंग न्यूज सभी तक तेजी से पहुंचे नमस्कार दोस्तों मैं रादेश्यम रोडवेज निउस से अभी बंगला देश में जनता ने विद्रोग कर दिया वहाँ की प्रधानमंत्री सेख हसीना अपना देश छोड़ करके फरार हो गई और जनता ने सेख हसीना को डिक्टेटर सीप चलाने का आरोप लगाया था सेख हसीना 15 साल से सरकार चला रही थी और वो देश के अंदर सेख हसीना की
   यूपी सरकार की कहानी 

पार्टी के जितने समर्थक हैं उनके लिए सरकार की नवकरी, सुविधाएं सब मुहया होती थी वहाँ पर स्कूल, कालेज और कालेज के अंदर शात्रों का जो आंदोलन था वो इसी आरच्छण के खिलाब था कि सेख हसीना डिक्टेटर सीप चलाना छोड़ दे और अपने पार्टी के लिए जो उन्होंने आरच्छण बनाया है उस आरच्छण को खतम कर दिया जाए और ये जो आंदोलन है धीरे धीरे धीरे धीरे एक महिना तक बढ़ते बढ़ते ऐसे इस्तिति में पहुचे कि आज जनता ने विद्रो कर दिया वहाँ की प्रधानमंत्री सेख हसीना देश छोड़ कर फरार हो गई जनता ने उनके आवास को कभ्या कर लिया अब अगली अंतरिम सरकार बनाने की बात चीज चल लई है देखिये आगे क्या होता है समभव है कि ये बंगला देश में एक समावेसी सरकार बने और बंगला देश की जो घटना है या भारत के लिए बहुत माने रखता है क्योंकि भारत में भी एक ऐसी सरकार है जो दो कारेकाल पूरा करने के बाद तीसरे कारेकाल में प्रवेश कर चुकी है जहाँ पर जनता की नहीं सुनी जाती संभाव है कि किसी भी देश की सरकार हो जब जनता की नहीं सुनेगी तो जनता मजबूर होकर एक दिन रोट पर उतरेगी और उस सत्ता को उखाड फेकेगी धन्यवाद 

14/04/2024

Gunfire outside Salman Khan's Mumbai residence; assailants escape on a motorcycle.

अप्रैल 14, 2024 0

Early on Sunday morning, gunfire erupted outside the Mumbai residence of Bollywood star Salman Khan, according to PTI, citing police sources. The shooting took place at Galaxy Apartments in the Bandra district, where Khan lives. Reportedly, the attackers discharged four rounds before escaping. The local police, together with the crime branch, promptly initiated an investigation. Furthermore, forensic experts were dispatched to the scene to gather evidence and assist in the investigation.

Following the attack, the Bandra police station and crime branch have deployed multiple teams. These teams are meticulously analyzing CCTV footage from the area to determine the assailants' path and escape route. Additionally, the police are carrying out on-site investigations, taking witness statements, and are in the process of filing a First Information Report (FIR) against the unidentified attackers. It is important to note that Salman Khan's security has been heightened since November 2022 due to threats from gangsters Lawrence Bishnoi and Goldy Brar. The actor has been permitted to carry a personal firearm and has obtained a new bulletproof vehicle, highlighting the serious nature of the threats against him.



12/04/2024

National yadav day 15 August 2024

अप्रैल 12, 2024 0
राष्ट्रीय यादव दिवस 15 अप्रैल 

पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 15 अप्रैल को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा "राष्ट्रीय यादव दिवस

यादव दिवस कैसे मनाएं-

आज से करीब 127 वर्ष पहले दिनांक 15 अप्रैल 1897 को जन्म लेने वाले यादव गांधी के नाम से प्रसिद्ध यदुकुल के उत्थान के लिए उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक यादव टाइटल लगाने के लिए अभियान चलाने वाले तथा यदुकुल के मान स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने वाले महापुरुष, विद्वान, लेखक और संपादक स्वर्गीय चौधरी राजित सिंह यादव जी के जन्मदिवस दिनांक 15 अप्रैल को संपूर्ण भारत वर्ष में "यादव दिवस" के रूप में मनाया जाएगा.

1-प्रत्येक यादव और उनके परिवार को यादव दिवस मनाने के लिए आगे आना होगा क्योंकि यह देश और विश्व पटल पर आप की एकता को मजबूती से प्रदर्शित करेगा तथा प्रत्येक यादव और संपूर्ण यादव समाज के मान सम्मान स्वाभिमान को मजबूत करेगा.

2- यादव दिवस के दिन अपने पूर्वजों को याद करें उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करें तथा किसी भी प्रकार की आपस की कटुता को भुला कर एक दूसरे को मजबूत बनाने का संकल्प लें.

3- अपने बच्चों को यदुकुल के स्वर्णिम इतिहास के बारे में जानकारी दें तथा यदुकुल में पैदा हुए महान लोगों के बारे में जरूर बताएं.

4- यादव दिवस के दिन केक काटे, मिठाईयां वितरित करें और गोष्टी तथा सभाओं का आयोजन करें.

5- यादव दिवस के दिन समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करें तथा समाज में आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, पीड़ितों, मरीजों का सहयोग और मदद करें.

6- यादव दिवस के दिन संकल्प लें कि हमारे लिए पहले राष्ट्र है और देश के सभी जाति धर्म के नागरिकों का सम्मान करते हुए अपने यदुकुल के चौमुखी विकास के लिए कार्य करेंगे.

7- राष्ट्रीय यादव दिवस के अवसर पर पिछड़े समाज के विभिन्न जातियों के लोगों के साथ आपसी तालमेल बेहतर बनाकर मजबूत आधार बनाने की आवश्यकता है. इस दिन पिछड़े समाज के भाइयों में भी मिष्ठान वितरण करें व प्रेम सौहार्द बेहतर बनाएं.

9- यादव दिवस के दिन एक दूसरे को गीता भेंट करें और गीता में दिए गए भगवान श्रीकृष्ण के उद्देश्यों को लोगों में प्रचारित और प्रसारित भी करें.

10- यादव दिवस के दिन यादव गांधी चौधरी राजित सिंह यादव जी की फोटो लगाएं, भगवान श्री कृष्ण की फोटो लगाएं तथा अपने पूर्वजों की फोटो लगाएं उन्हें पुष्प अर्पित कर यादव कुल की मजबूती के लिए प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद लें.

11- यादव समाज में जो भी साधन संपन्न लोग हैं उन्हें यादव दिवस को धूमधाम से मनाने के लिए आगे आना चाहिए और अपने कुल के मान सम्मान और मर्यादा को बढ़ाने के लिए मजबूती से सहयोग करना चाहिए.
                                           now not with me

03/04/2024

Mayank Yadav Sets New IPL 2024 Record: Fastest Delivery

अप्रैल 03, 2024 0


NEW DELHI: KL Rahul, the captain of Lucknow Super Giants (LSG), lauded the rapid pace of Mayank Yadav after their team clinched consecutive wins in the current Indian Premier League (IPL) 2024 season. Following a dazzling performance that led to a 28-run win over Royal Challengers Bengaluru (RCB) at the M. Chinnaswamy Stadium on Tuesday, Rahul extolled Mayank Yadav for his searing pace that posed a significant challenge to the opposing batsmen.

Reflecting on Yadav’s remarkable performance, Rahul humorously commented that he’d rather observe the 21-year-old’s bowling skills from the safety of standing 20 yards behind the stumps than confront him with a bat.

“Yeah, one ball struck me quite hard, but I’m thrilled to see Mayank’s bowling performance in the recent games. He’s been waiting quietly and patiently in the dugout for two seasons, and unfortunately, he missed out last year due to an injury. However, he’s been in Mumbai with the physiotherapists, working diligently. He realizes that consistently bowling at 155 is challenging, especially at a young age, which has brought a few injuries. His professionalism in taking care of his body is admirable, and it’s wonderful to see his excellent temperament. I enjoy watching him bowl from about 20 yards behind the stumps; that’s where I prefer to be when he’s bowling,” stated the LSG captain.

Yadav’s blistering speed, reaching 156.7 kph, overwhelmed RCB’s batting order, securing key dismissals including Rajat Patidar, Glenn Maxwell, and Cameron Green.

Mayank Yadav’s exceptional performance has catapulted him into the top five wicket-takers’ leaderboard in this IPL season. His pivotal role in two back-to-back matches has been crucial in swinging the momentum towards LSG, with his dynamic pace emerging as a pivotal factor.


Arvind Kejriwal said Vijay Nair reported to Atishi, not him: ED tells Delhi court

अप्रैल 03, 2024 0


The Enforcement Directorate (ED) on Monday told the Rouse Avenue Court that Delhi Chief Minister  and Aam Aadmi Party (AAP) supremo Arvind Kejriwal told the central agency that Delhi excise policy case accused Vijay Nair reported to Delhi minister Atishi.

He also named Saurabh Bharadwaj while being questioned in connection with the excise policy case, India Today reported. Accused in the Delhi excise policy case, Vijay Nair is the former communication-in-charge of the AAP

According to the ED, the Delhi CM told them, "Vijay Nair didn't report to him but to Atishi Marlena and Saurabh Bharadwaj and his interaction with Vijay Nair was limited." 

The central agency said in its application that Kejriwal was evasive in replying touestions on why Vijay Nair worked from the CM's camp office by feigning unawareness about people who work at the Chief Minister's Camp office. 

The central agency sought Kejriwal's judicial custody, citing "non-cooperative behaviour". Additional Solicitor General SV Raju, appearing on behalf of the ED, was quoted as saying by Bar & Bench: "Arvind Kejriwal's conduct has been totally non-cooperative and he has tried to mislead the interrogation."

The central agency added: "He did not reveal the password for digital devices... His conduct was totally non-cooperative. He is not giving his phone and deliberately misleading the investigation by giving evasive replies." On Monday, Delhi's Rouse Avenue court sent Kejriwal to judicial custody till April 15 in the Delhi liquor scam case.

Meanwhile, Arvind Kejriwal's lawyers also moved an application in the Delhi High Court to allow him to carry three books-- Bhagavad Geeta, Ramayan and How Prime Ministers Decide by journalist Neerja Chaudhary-- in jail.

The Delhi HC directed the ED to file a status report before the trial court on a PIL seeking restraint on Arvind Kejriwal from issuing directions from custody. The High Court also ordered the central agency to treat the PIL as its own representation. 

The case is currently being investigated by the ED and the Central Bureau of Investigation (CBI). It pertains to alleged corruption in the formulation of a liquor policy by the AAP government in Delhi. 

Arvind Kejriwal was arrested on March 21 in connection with a money laundering case related to the Delhi liquor scam. 

SPOTLIGHT

Trouble mounts for Mahua Moitra: ED summons TMC leader in forex violation case

Education and culture in rural india

अप्रैल 03, 2024 0
 education and culture in rural development 

Indian culture is one of most vibrant cultures in the world and rural culture forms its backbone. Some people tend to pitch urban and rural culture in a hierarchical form. This is incorrect. The urban culture may be functional to an industrial context. So is the rural culture to the context of rural development.

Thankfully, a good proportion of India's population lives in the rural areas; which means that urbanization hasn't yet consumed its souls i.e. rural India, despite some signs of the disconcerting air of their urban brethren rubbing on to the rural populace.

Admittedly, technology is rapidly changing our life styles, and one has to factor in the in the impact of this change on rural India as well.

Although, the windfalls of applying appropriate technology in the rural areas, especially in agriculture and allied fields, are heartening, total submission to modernization is not desirable and has to be avoided at any cost. This can be done right from the formative years of children, when they have just begun acquiring knowledge.

Culture, Commerce and Development

It is commonly believed, in development circles, that social and cultural in rural India has been slow. Well, conversely, it can be argued that this resistance to completely succumb to this technological change by rural India is what has preserved our identity and held us together.

to pursue a culture-sensitive approach to development, there is a need to better understand cultural diversity and how it affects/ marks on the process of development.

If one looks back into the pages of our history, one would find that, invariably, culture has been the platform for all socio-economic development. Our traditional practices, derived from scores of cultures which are traditionally distinct yet significantly transcending, have been central tour economic growth, as indeed that of our civilization. The (traditional) practices provide a stimulus to trade and commerce, which in turn patronize culture. Hundreds of festivals, fairs, melas and other cultural events, month after month and year after year, in a sort of logical sequence, present a myriad range of avenues for trade and commerce.

The cyclic and cascading effect of the above process is the reason behind the development and prosperity of many a culture rich civilization.

Culture and Education- the inseparable twins

Having looked at how culture has provided the necessary impetus to the economy through the ages, let us now see the implications of education on culture and , consequently, on the rural sector.

Dr. Sarvepalli Radhakrishnan said, "The aim of education is no the acquisition of information, although important, or acquisition of technical skills, though essential in modern society, but the development of that bent of mind, that attitude of reason, that spirit of democracy which will make us responsible citizens."

Indeed, a comprehensive education system would help shape the younger generation into one that has a sound ethical base and a strong sense of social responsibility.

Culture and education are inseparable and yet complementary with multiple points of interaction. Culture paves the way for education while education is responsible for flavoring the cultural values in life. Therefore, both have to be interwoven in various ways.

A sense of pride in our culture has to manifest itself through all the stages of an individual's growth. Primary education is where it all starts and the child begins to respect the importance of a value based life as s/he and he sees things and events happening, and the behavior of others, around.

All these collectively, form the personality that develops in the process. Therefore, it is necessary to inculcate the importance of education and value based living for a truly sustainable development of the rural sector. The maxims of Gandhiji, Tagore, Vinoba Bhave and many other social activists, bordering one equitable living, rural empowerment, voluntary rural reconstruction and transformation, and sustained rural development, have to be made as the central themes of the education system.

Education founded on strong cultural values will help students understand and acknowledge the significance of culture in the development context. Education devoid of culture will only serve as a flight to obscurity.

When one uses the phase 'education rooted in culture'. what it means is that if education has to serve as and engine for development, especially in the rural areas, then it has to extract the best out of our values that have stood the test of time in the face of adversities ranging from tyranny to colonialism/ imperialism or other turbulences and propel ourselves onto the path of inclusive development.

Obviously the development of a nation hinges on how much its rural segment has been mobilized to contribute to the over-all growth. While material growth is evident amongst many nations, the cultural dividend is grossly missing. Some cultures has been lost to reconstruct their history, picking up bits and pieces of their cultural heritage whatever little can be traced in order to revive some of their cultures. So, as we can see, although there is rural development, the cultural pedigree is often missing.

Fortunately, we in India, haven't yet fallen prey to the machinations of technological advancement leading to the depletion of our cultural base. But, if we do not pause and take stock of things now, and initiate necessary action, we will join the company of others who lost their cultural roots.

Cultures, as a matter of fact, keep adjusting to the times without losing much of their original flavor. Take for example, the festival of Deepavali (Diwali, as it is also known ) was long celebrated by lighting the traditional 'Diyas' (Lamps), symbolic of the victory of good over evil. But, the advent and impact of science, and the resultant innovations over time-especially during the twentieth (20th) century has been immense and we now see the same festival being celebrating by firing crackers (eye catching, multi-variety)' preceded however, by the tradition of lighting the lamps without fail!

We can have quite a few examples of tradition being kept alive as a parallel to the process of modernization. What all this hints at is that development must be a result of the synergy between education and culture.

As has been already pointed earlier, while the western-culture has almost over-shadowed our cultural practices across the entire metropolis, cities and towns, a value based system still appears to be breathing in rural India and it's hinterlands. This needs to be preserved, nurtured and propagated. And, to be able to do that, all efforts must be put in to ensure that villagers, tribal people and aboriginals stay in the rural areas, which will only be possible if we are able to bring to them what they seek from the urban areas: access to proper education (primary, secondary and higher), training and support, and employment and income-generation opportunities on par with their urban counterparts.

Comprehensive rural culture website by dr. Radhey shyam Yadav (ex social scientist of up government)

01/04/2024

नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास

अप्रैल 01, 2024 0


नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा के इतिहास में विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ इसके इतिहास का अवलोकन है:


फाउंडेशन: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 5 वीं शताब्दी ईस्वी में गुप्त वंश के शासनकाल के दौरान हुई थी। यह भारतीय राज्य बिहार में आधुनिक पटना के पास स्थापित किया गया था। विश्वविद्यालय को शुरू में गुप्त सम्राटों, विशेष रूप से कुमारगुप्त प्रथम द्वारा संरक्षण दिया गया था।


प्रारंभिक विकास: प्रारंभ में, नालंदा एक महाविहार, एक बड़ा बौद्ध मठ और केंद्र था भारत के बिहार में मगध के प्राचीन राज्य में स्थित नालंदा विश्वविद्यालय, दुनिया के पहले आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक था। यह 5वीं शताब्दी सीई से 12वीं शताब्दी सीई तक फला-फूला और चीन, कोरिया, जापान, तिब्बत, मंगोलिया, तुर्की, श्रीलंका और दक्षिण पूर्व एशिया सहित पूरे एशिया के विद्वानों और छात्रों को आकर्षित किया।


नालंदा में शिक्षा प्रणाली अपने बहु-विषयक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध थी, जो बौद्ध अध्ययन, दर्शन, लॉग से लेकर विषयों में शिक्षा प्रदान करती थी

नालंदा के छात्रों ने कठोर प्रशिक्षण लिया और विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला से अवगत कराया गया। पाठ्यक्रम ने महत्वपूर्ण सोच, बहस और चर्चा पर जोर दिया। शिक्षकों का बहुत सम्मान किया जाता था और उन्होंने विश्वविद्यालय के बौद्धिक वातावरण को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।


नालंदा न केवल अकादमिक शिक्षा का केंद्र था, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और संवाद का केंद्र भी था। एशिया के विभिन्न हिस्सों के विद्वानों ने अध्ययन करने और अपने ज्ञान को साझा करने के लिए नालंदा की यात्रा की, जिसमें योगदान दिया

पूर्व भारतीय कप्तान MS Dhoni की शानदार पारी

अप्रैल 01, 2024 0


DC बनाम CSK: पूर्व भारतीय कप्तान MS Dhoni की शानदार पारी से प्रभावित होकर, एक अन्य पूर्व कप्तान ने कहा कि माही को और अधिक समय तक खेलना चाहिए।

एमएस धोनी ने आईपीएल 2024 में दिल्‍ली कैपिटल्‍स के खिलाफ तूफानी पारी खेली जिसे देख हर कोई उनका दीवाना हो गया है। एमएस धोनी ने केवल 16 गेंदों में चार चौके और तीन छक्‍के की मदद से नाबाद 37 रन बनाए। माही की पारी से पूर्व कप्‍तान कृष श्रीकांत काफी खुश हुए और उन्‍होंने बताया कि सीएसके के पूर्व कप्‍तान धोनी को कब तक आईपीएल में खेलना चाहिए।


April Fool's Day 2024: अप्रैल फूल डे का महत्व और इतिहास, जानें क्यों मनाया जाता है यह दिन

अप्रैल 01, 2024 0


अप्रैल फूल डे 2024: यह एक दिन है जो पूरी दुनिया में हंसी, मजाक और खुशी के लिए मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने प्रियजनों के साथ अहानिक प्रैंक्स के माध्यम से मस्ती करते हैं। यह एक अधिकृत छुट्टी नहीं होती, लेकिन यह एक अवसर होता है जब आप आपके साथ अच्छे संबंध नहीं रखने वाले लोगों के साथ मनोबल को हलका करने का अवसर पाते हैं। भारत में भी अप्रैल फूल डे को पॉपुलर कल्चर, मीडिया और इंटरनेट के व्यापक पहचान के कारण बड़े उत्साह से मनाया जाता है।

इस दिन का इतिहास: अप्रैल फूल डे का इतिहास बहुत सालों से 1 अप्रैल को मनाया जा रहा है और इसके पीछे कई कहानियां हैं। सबसे लोकप्रिय कहानी 16वीं सदी के फ्रांस में जुड़ी है। 1582 में फ्रांस ने जूलियन कैलेंडर से ग्रेगोरियन कैलेंडर पर बदला किया, जिससे नए साल की धरती पर जन्म की तारीख जनवरी में आ गई। इस परिवर्तन के पहले, नया साल मार्च के अंत और अप्रैल के बीच के समय के आस-पास मनाया जाता था। नए कैलेंडर के अनुसार, नए साल की शुरुआत जनवरी में हो गई। इस परिवर्तन को लोगों ने तुरंत स्वीकार करने में कुछ समय लिया, और बहुत से लोग नई तारीख को स्वीकार करने से इनकार किया या इसके बारे में अनजान रहे। जो लोग अप्रैल के अंत में या वसंत ऋतु क

Police say a 13-year-old girl is accused of killing her mother after her phone was confiscated.

अप्रैल 01, 2024 0

A 13-year-old girl is accused of killing her mother on Friday after her phone was taken away, according to Pennsylvania authorities.

Wilkes-Barre police responded to the scene around 12:30 p.m. due to reports of an unresponsive woman.

When officers arrived, they found the 44-year-old victim suffering multiple stab wounds to her neck, back and bleeding from her head, the WU report said.

Authorities said when they first contacted Lataya Powell, she said
"I don't have my phone with me because my mom took it before our fight," she said.

While being detained, she told WU that she felt "regret, guilt, and self-loathing."
Police also found marks of an 11-year-old boy with stab wounds to the back but his injuries were not life-threatening.

Powell has been charged with murder, two counts of aggravated assault and tampering of evidence.

He is being charged as an adult.

30/03/2024

जातिगत राजनीति के मुद्दे -राधेश्याम यादव की राय

मार्च 30, 2024 0

हमे आपस मे लड़ाने का कार्य बुद्धजिवी समाज बहुत चालाकी से करत है और हमारा अपना उनकी चालाकी नही समझ पात है जब हम आरक्षण की लड़ाई लड रहे थे तो यही बुद्धजिवी समाज बोलता था की आरक्षण से यादव कुर्मी कोईटी राजभर पाल चौहान को नुकाल दो हम आरक्षण मान लेगें वह अपनी राजनिति में सफल होने के लिए पिछडी जाति को आपस में लड़ाने के लिए दो भाग में बाट दिया 1 पिछडी नाति 2 अति पछडी जाति कर के हमारे भाई को बहकाने लगा . - हम कहते है की जब यादव की आवादी अधिक है तो यादव हर जगह अधिक रहे गा चाहे मरने की जगह हो चाहे सेना की जगह हो चाहे देश के विकास की बात हो हम टैक्स भी अधिक देते है आज op राजभर कहते है की सभी पद यादवों को मिल जाति है हम कहते है की तुम अपने बेटे की जगह किसी अन्य राजभर को लड़ाओं तुम अपने लाभ के लिए पूरे समाज का नुकसान पहूंचा रहे हो यही हाल कुर्मी कुसवाहा का है अगर तुमे दम है तो तुम केवल अपने जातिकाही विकास कर दो हम यादव खुशी से स्वीकार करेंगे तुम्हे आगे बड़ो हम तुम्हारे सहारें तुम्हारे पिछे चलेंगे तुम संघर्ष तो करो आज संविधान बदलने की बात चल रही है तुम चूप हो आज हमारे पिछडी जाति का बच्चा कितना भी अच्छा नम्बर से पास होतायें लेकिन यह भा ज पा सरकार उसे जनरल कोटा में नही जाने देगी क्यों जनरल तो सभी का है केवल ब्राह्मण ठाकूर के लिए तो 50% सीट नही दिया गया है अरे कुर्मी कुसवाहा पाल चौदान राजभर तुम कब जागोगे - अगर अम्बेडकर साहब नही लडे होते तो तुम आज भी अपनी बहु बेटीओ को शारीटिक शुद्धी के लिए ब्राह्मण समाज के यहा तीन दिन भेज देते क्या
आप कब जागों गें
आप सोचो धर्म शास्त्र का विद्धान छोटी जाति का हो गया तो वह शिक्षक नही बन सकता क्यों
प्रयोगिक परिक्षा में पिछडी जाति के छात्र को कम नम्बर देते है क्यों
उच्च शिक्षा में पवेश लेने से रोकते है क्यों
बड़े पदो पर जाने से रोकते है क्यों
आप कब सुधरोगे बहुत सी बाते है तुम यादव के साथ रहो तभी पिछडों का विकास होगा -
यह संदेश सभी पिछडो के पास जाना चाहिए यह हमारा निवेदन है - डा राधे शाम यादव समाज वैज्ञानिक की आवाज, ब्रेकिंग न्यूज सभी तक तेजी से पहुंचे